नई दिल्ली : नवरात्र का चौथा दिन देवी कुष्मांडा का होता है. देवी की पूजा उनके महामंत्र के बिना बिल्कुल न करें. वहीं, मां कुष्मांडा के बीजमंत्र का भी जाप कर सकते हैं.
देवी कुष्मांडा की श्रद्धा से पूजा करने से शारीरिक और मानसिक विकार दूर होते हैं. मां कुष्मांडा की पूजा की विधि भी वैसी ही है जैसे शक्ति के अन्य रूपों की पूजा की जाती है. देवी को रात की रानी के फूल बेहद पसंद हैं. पूजा में फूल जरूर रखें.
सबसे पहले कलश और उसमें उपस्थित देवी-देवताओं की पूजा कीजिए. उसके बाद अन्य देवी-देवताओं की पूजा करें. इनके साथ ही देवी कुष्मांडा की पूजा कीजिए. पूजा की विधि शुरू करने से पहले देवी को रात की रानी के फूल चढ़ाएं. देवी कुष्मांडा की पूरी पूजा विधि, महामंत्र, बीजमंत्र और सूर्य को प्रसन्न करने वाले उपाय जानने के लिए देखिए इंडिया न्यूज का खास शो ‘सास बहू फैमिली गुरु’. वीडियो में देखें पूरा शो.