नई दिल्ली: भगवान शिव के भक्तों का सबसे बड़ा त्योहार महाशिवरात्रि 24 फरवरी को है. इस अवसर पर भगवान शिव को खुश करने की चाहत सभी भक्तों के मन में रहती है और इसके लिए वह हर तरह से प्रयास करते हैं.
इस दिन शिव भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं, भगवान शिव का अभिषेक करते हैं तथा पंचक्षरी मंत्र का जाप करतें हैं. भगवान शिव सब देवों में वृहद हैं, सर्वत्र समरूप में स्थित एवं व्यापक हैं. इस कारण वे ही सबकी आत्मा हैं. भगवान शिव निष्काल एवं निराकार हैं.
भगवान शिव साक्षात ब्रह्म का प्रतीक है तथा शिवलिंग भगवान शंकर के ब्रह्म तत्व का बोध करता है. इसलिए भगवान शिव की पूजा में निष्काल लिंग का प्रयोग किया जाता है.