नई दिल्ली. हमारा शरीर पांच तत्त्वों से मिलकर बना है. इन पंचतत्त्वों में असन्तुलन से रोगों की उत्पत्ति होती है. अंगुलियों की सहायता से विभिन्न मुद्राओं द्वारा इन पंचतत्त्वों को सन्तुलित कर स्वास्थ्य रक्षा एवं रोग निवारण किया जा सकता है.
कुछ मुद्राएं तत्काल असर करती हैं. कुछ मुद्राएं लम्बे समय के अभ्यास के बाद अपना स्थायी प्रभाव प्रकट करती हैं. इन्हें चलते- फिरते, उठते- बैठते 45 मिनट तक करने से पूर्ण लाभ होता है.
Nitish Kumar Reddy: नितीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाया. उनके…
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी महिला सम्मान और संजीवनी योजनाओं से परेशान हो…
इसी बीच अजीत पवार ने दिल्ली में बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस…
एक लड़की जब अपने ऑफिस स्पोर्ट्स शूज पहन के गई तो उसके बॉस ने लड़की…
आपको बता दें कि क्रिसमस के बाद नए साल के मौके पर बड़ी संख्या में…
पाकिस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड ने सिंध के सुजावल जिले में शाह बंदर ब्लॉक से नए तेल…