नई दिल्ली. कई लोगों को शायद पता ना हो कि हनुमान जी भी रुद्र अवतार थे. उनमे शिव जी का अंश है इसलिए शिव जी के साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है. कई जगहों पर हनुमान जी की पूजा दोपहर में करने का विधान है.
पूजा विधि
पीपल के 11 पत्तों पर चंदन या कुमकुम से श्रीराम नाम लिखें. इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर हनुमान जी को चढ़ाएं.
हनुमान जी के सामने ऊं रामाय नम: या श्रीराम या सीताराम मंत्र का जाप करें.
हनुमान जी को लाल फूलों के साथ जनेऊ, सुपारी भी चढ़ानी चाहिए.
गाय के शुद्ध घी से बने पकवान का भोग हनुमान जी को कभी भी लगाया जा सकता है.
बजरंगबली को आंक के फूल चढ़ाने से भी काम में आ रही बाधा दूर होती है.
चमेली के तेल का पांच बत्तियों वाला दीपक हनुमान जी के सामने जलाएं.
हनुमान जी की मूर्ति पर लाल चंदन में केसर मिलकर लगाएं. इससे अशांति और घर का क्लेश दूर होता है.