कौन हैं ‘नाटू-नाटू’ सॉन्ग के गायक? अपनी आवाज से ऑस्कर के मंच पर भी मचा दिया था धमाल

मुंबई। 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू और डॉक्यूमेंट्री फिल्म द एलिफेंट व्हिस्परर्स को Oscar अवॉर्ड मिला है।RRR को जहां बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग की कैटेगरी का अवार्ड मिला तो वही द एलिफेंट व्हिस्परर्स को शॉर्ट फिल्म डॉक्यूमेंट्री की कैटेगरी में ऑस्कर से नवाजा गया। जिसके बाद पूरे देश में जश्न का माहौल […]

Advertisement
कौन हैं ‘नाटू-नाटू’ सॉन्ग के गायक? अपनी आवाज से ऑस्कर के मंच पर भी मचा दिया था धमाल

Ayushi Dhyani

  • March 13, 2023 5:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई। 95वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू और डॉक्यूमेंट्री फिल्म द एलिफेंट व्हिस्परर्स को Oscar अवॉर्ड मिला है।RRR को जहां बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग की कैटेगरी का अवार्ड मिला तो वही द एलिफेंट व्हिस्परर्स को शॉर्ट फिल्म डॉक्यूमेंट्री की कैटेगरी में ऑस्कर से नवाजा गया। जिसके बाद पूरे देश में जश्न का माहौल बना हुआ है। इस गाने को अपनी आवाज देने वाले सिंगर राहुल सिप्लिगुंज और काल भैरव ने ऑस्कर के मंच पर भी गाना गाया और उनकी आवाज सुनकर हर कोई थिरकने के लिए मजबूर हो गया।

कौन हैं नाटू-नाटू गाने वाले सिंगर्स

भैरव साउथ इंडियन सिंगर और गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड विनर एमएम कीरावनी के बेटे हैं। इसके अलावा राहुल सिप्लिगुंज भी साउथ इंडस्ट्री के मशहूर सिंगर है, जो 50 से अधिक फिल्मों में अपनी आवाज से लाखों लोगों का दिल जीत चुके हैं। आपको बता दें, इस फिल्म ने बेस्ट सॉन्ग के लिए गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड और क्रिटिक्स च्वॉइस अवॉर्ड भी अपने नाम किया था। फिल्म में राम चरण और जूनियर एनटीआर मुख्य भूमिका में नजर आए तेह। वहीं आलिया भट्ट फिल्म में राम चरण की पत्नी की भूमिका में नजर आईं थी। वहीं फिल्म में अजय देवगन ने कैमियो किया था।

कैसे करते हैं वोट

विनर के चुनाव के लिए वोटिंग पूरी तरह से ऑनलाइन की जाती है। ताकि इसमें कोई भी गड़बड़ न हो सके। आमतौर पर सभी कैटेगरी के लिए प्रक्रिया काफी सरल रहती है, जिसे सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं वही विजेता होता है। लेकिन बेस्ट फिल्म के लिए चुनाव की प्रक्रिया अलग तरह से होती है। दरअसल, जिस नॉमिनी को पहले रैंक पर 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिलते हैं उसे ही विजेता घोषित किया जाता है। मगर कोई फिल्म उस सीमा को पूरा नहीं करती है तो सबसे कम वोटिंग मिलने वाले लोगों को हटा दिया जाता है। जिन लोगों ने उस फिल्म को फर्स्ट पोजीशन दी थी, उनके वोट उनकी दूसरी पसंद में स्थानांतरित कर दिए जाते हैं। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक कोई फिल्म बहुमत हासिल न कर ले।

 

दिल्ली का अगला मेयर, गुजरात चुनाव और फ्री रेवड़ी, मनीष सिसोदिया ने बताए सारे राज!

India News Manch पर बोले मनोज तिवारी ‘रिंकिया के पापा’ पर डांस करना सबका अधिकार

Advertisement