मुंबई : एक समय था जब बॉलीवुड पर अंडरवर्ल्ड का बहुत दबदबा था। कई सितारों को जान से मारने की धमकियां मिलती थीं और कई लोग डर के मारे फिल्में साइन कर लेते थे। इन सब बातों को लेकर बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें वह अपने संघर्ष के बारे में बात करते नजर आ रहे हैं।
माफिया का ऑफर ठुकराया
वीडियो में शाहरुख खान किसी से बात करते हुए कह रहे हैं, “हिंदी फिल्म इंडस्ट्री सबसे आसान इंडस्ट्री है। हम दुनिया में फिल्मों के सबसे बड़े निर्माता हैं।” शाहरुख ने बताया कि उन्हें एक फिल्म करने के लिए कहा गया था। जब उन्होंने पूछा कि निर्माता कौन है, तो जवाब मिला, “यही वह आदमी है जिसे हम भेज रहे हैं। आप उससे बात करें और फिल्म साइन कर लें।” उन्होंने कहा, “तो अगर आपको अपनी जान का डर है, तो आप साइन कर लें या अगर आप अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं, तो आप इसे अस्वीकार कर दें।”
मुझे तीन साल तक भारी पुलिस सुरक्षा मिली थी-SRK
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि मना करने पर उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिलीं। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें कभी धमकी मिली, तो उन्होंने कहा, “हां, ऐसा कई बार हुआ है। मुझे तीन साल तक भारी पुलिस सुरक्षा मिली थी।” बॉलीवुड या हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को आधिकारिक तौर पर इंडस्ट्री का दर्जा 1998 में दिया गया था। आपको बता दें, शाहरुख खान आखिरी बार ‘डंकी’ में नजर आए थे। फिलहाल, वे ‘किंग’ की शूटिंग में व्यस्त हैं।
तुम्हारे लिए काम नहीं करूंगा -SRK
रिपोर्ट्स की मानें तो उस समय अंडरवर्ल्ड का एक बड़ा नाम शाहरुख खान को एक फिल्म में हीरो के तौर पर लेना चाहता था, जिसमें उसने पैसे लगाए थे। हालांकि, शाहरुख इसके लिए तैयार नहीं थे। शाहरुख ने उस समय जवाब भी दिया था, “अगर मुझे गोली मारना है… मार दो लेकिन मैं तुम्हारे कहने पर या तुम्हारे लिए काम नहीं करूंगा।”
फैंस ने की शाहरुख की तारीफ
शाहरुख खान के बारे में यह जानने के बाद फैन्स ने एक्टर की तारीफ की। फैन्स ने कहा कि अब उनके प्रति उनके मन में 100 फीसदी सम्मान बढ़ गया है। वहीं, कुछ डायरेक्टर से इस पैसे के सोर्स के बारे में सबूत मांग रहे हैं। जैसा कि जाहिर है कि 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड का इंडस्ट्री पर कितना दबदबा था। प्रीति जिंटा से लेकर सुनील शेट्टी तक सभी ने इस परेशानी का सामना किया है। अब इसमें शाहरुख खान का नाम भी जुड़ गया है, जिन्होंने बिना डरे इसका सामना किया है।
सुषमा स्वराज ने फिल्म उद्योग की सूरत बदल दी
सुषमा स्वराज अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहीं। उन्होंने वर्ष 1998 में फिल्म निर्माण को ‘उद्योग का दर्जा’ दिया, जिससे फिल्म उद्योग को वैधानिक मान्यता मिली और वित्तीय संस्थानों से ऋण लेना आसान हो गया। इससे अनुचित ब्याज दरें और धन के संदिग्ध स्रोत समाप्त हो गए, जिसमें बिल्डर, ज्वैलर्स और व्यापारी समेत कई व्यवसायी और अंडरवर्ल्ड शामिल थे।
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