नई दिल्ली: राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता विनोद कापड़ी की नई फ़िल्म “पायर” का वर्ल्ड प्रीमियर 28वें तेलिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल में होने जा रहा है। यह फ़िल्म इस वर्ष तेलिन में सेलेक्ट की गई एकमात्र भारतीय फ़िल्म है, जो वर्ल्ड कंपीटिशन की कैटेगरी में डिस्प्ले होगी। बता दें प्रीमियर 19 नवंबर 2024 की तारीख़ […]
नई दिल्ली: राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता विनोद कापड़ी की नई फ़िल्म “पायर” का वर्ल्ड प्रीमियर 28वें तेलिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल में होने जा रहा है। यह फ़िल्म इस वर्ष तेलिन में सेलेक्ट की गई एकमात्र भारतीय फ़िल्म है, जो वर्ल्ड कंपीटिशन की कैटेगरी में डिस्प्ले होगी। बता दें प्रीमियर 19 नवंबर 2024 की तारीख़ को फाइनल किया गया है।
“पायर” उत्तराखंड के हिमालय में आधारित बुजुर्ग प्रेमियों की एक अनोखी प्रेम कहानी है। दिलचस्प है कि विनोद कापड़ी ने फ़िल्म के लिए पदम सिंह और हीरा देवी को कास्ट किया है, जिन्होंने कभी कैमरा नहीं देखा था। पदम सिंह एक पूर्व सैनिक हैं और हीरा देवी घर में भैंस पालने का काम करती हैं।
हालांकि शुरुआत में विनोद ने नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक शाह को कास्ट किया था, लेकिन नसीर साहब के संदेह के बाद उन्होंने कास्टिंग बदल दी। हिमालय के विभिन्न गाँवों में तीन महीने की खोज के बाद उन्हें पदम और हीरा मिले। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के अनूप त्रिवेदी के गाइडेंस में दो महीने की वर्कशॉप के बाद उन्हें शूटिंग के लिए तैयार किया गया।
वहीं फ़िल्म का संगीत ऑस्कर विजेता माइकल डैन्ना ने दिया है, जिन्होंने “लाइफ़ ऑफ पाई” के लिए 2012 में ऑस्कर जीता था। वहीं फ़िल्म को जर्मन एडिटर पैट्रिशिया रॉमेल ने एडिट किया है, जिन्होंने “दि लाइफ़ ऑफ अदर्स” पर काम किया था। इसके साथ ही भारतीय सिनेमा के मशहूर गीतकार गुलज़ार ने इस फ़िल्म के लिए एक गीत लिखा है।
विनोद कापड़ी का कहना है कि यह उनका सौभाग्य है कि विश्वभर से सिनेमा ये महान हस्तियां “पायर” का हिस्सा बनी। फ़िल्म उत्तराखंड में हो रहे पलायन के पीछे बुजुर्ग कपल की सच्ची कहानी से प्रेरित है।
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