बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. आखिरी खत, आहिस्ता आहिस्ता, बाजार, बेपनाह, उमराव जान, कभी कभी, फुटपाथ, दिल आखिर दिल है और रजिया सुल्तान जैसी कई फिल्मों की धुन बनाने वाले संगीतकार मोहम्मद जहूर खय्याम का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. खय्याम ने मुंबई के सुजय अस्पताल में सोमवार रात आखिरी सांस ली. खय्याम के जाने से भारतीय फिल्म जगत में संगीत के एक युग का अंत हो गया. मशहूर गायिका लता मंगेशकर और आशा भोंसले के साथ खय्याम ने बहुत काम किया. किशोर कुमार, मुकेश, मोहम्मद रफी और अनवर अली के कई गानों को भी उन्होंने ही धुन दी. आइए जानते हैं कि एक्टर का सपना लेकर फिल्मी दुनिया में पहुंचे खय्याम कैसे मशहूर संगीतकार बन गए.
मोहम्मद जहूर खय्याम का जन्म पंजाब के जालंधर जिले में 18 फरवरी 1927 को हुआ था. नवाबी माहौल में रहने के कारण उन्हें कविता और संगीत का शुरू से ज्ञान मिलता रहा. बचपन से ही उन्हें फिल्मों का बड़ा शौक था. वे घर से छुप-छुपकर फिल्में देखने जाया करते थे. हालांकि खय्याम के परिवार को उनकी फिल्मी दीवानगी से ऐतराज था. यही कारण था कि वे घर-परिवार से दूर बॉम्बे आ गए और फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत की.
बीबीसी को एक बार दिए इंटरव्यू में खय्याम ने बताया था कि वैसे तो वे बॉलीवुड में एक्टर बनने आए थे लेकिन यहां आकर उनकी दिलचस्पी संगीत में बढ़ गई. उन्होंने पहली बार फिल्म हीर राझा में संगीत दिया. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद फिल्म बीवी के गाने अकेले में वो घबराते तो होंगे से उन्हें पहचान मिली. इस गाने को खय्याम ने डायरेक्ट किया था और मोहम्मद रफी ने इसमें आवाज दी थी. 60 और 70 के दशक में खय्याम ने कई फिल्मों में हिट म्यूजिक दिया. इसमें आखिरी खत, फुटपाथ, कभी-कभी, शोला और शबनम शामिल थीं.
मोहम्मद जहूर खय्याम को 1981 में फिल्म उमराव जान के संगीत के लिए नेशनल अवार्ड मिला. इसके बाद 1982 मे फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया. इसके बाद 2010 में उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला और 2011 में खय्याम को संगीत की दुनिया में अभूतपूर्व योगदान के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से नवाजा गया.
6 साल पहले खय्याम के बेटे का देहांत हो गया था. तभी से वे दुनिया से कटे-कटे से रह रहे थे. उन्हें अपने बेटे के जाने का बहुत दुख हुआ. अवसाद में रहने के कारण वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले कुछ दिनों से वे मुंबई के सुजय अस्पताल में भर्ती थे वहां गंभीर हालत में उनका इलाज जारी था. उन्होंने सोमवार शाम आखिरी सांस ली और इस दुनिया को अलविदा कह गए.
सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने संविधान से 'समाजवादी'…
दर्श अमावस्या पर विशेष रूप से पितरों के तर्पण और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं।…
करिशमा कपूर ने 2003 में बिजनेसमैन संजय कपूर से शादी की थी. करिश्मा आंखों में…
सर्दी का मौसम अपने साथ ठंडी हवा, कम तापमान और बीमारियों का खतरा लेकर आता…
राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच तीखी बहस देखने…
सप्ताह के पहेल दिन सोमवार को बॉम्बे एक्सचेंज के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स ने अपने…