मुंबई: ये बात हम-आप जैसे लोगों के साथ-साथ कुछ बॉलीवुड अभिनेताओं पर बिल्कुल फिट बैठती है. बता दें कि इन्हीं में से एक नाम है अभिनेता पंकज त्रिपाठी का जिन्होंने नेशनल अवॉर्ड जीतकर पूरे देश में वाहवाही लूटी रही है. हालांकि गांव में जन्मे पंकज त्रिपाठी कहते हैं कि आज भी उन्हें पहले की तरह […]
मुंबई: ये बात हम-आप जैसे लोगों के साथ-साथ कुछ बॉलीवुड अभिनेताओं पर बिल्कुल फिट बैठती है. बता दें कि इन्हीं में से एक नाम है अभिनेता पंकज त्रिपाठी का जिन्होंने नेशनल अवॉर्ड जीतकर पूरे देश में वाहवाही लूटी रही है. हालांकि गांव में जन्मे पंकज त्रिपाठी कहते हैं कि आज भी उन्हें पहले की तरह लाइन में लगकर कहीं पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होती है. बता दें कि इन दिनों अपनी फिल्म ‘फुकरे 3’ से बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा रहे है. अभिनेता पंकज त्रिपाठी को 2021 की फिल्म ‘मिमी’ में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने अपने इंटरव्यू में ये खुलासा किया है कि एक सफल अभिनेता होने के बावजूद उन्हें लाइन में खड़े होने पर कोई अपमान महसूस बिलकुल नहीं होता है. बता दें कि इसके विपरीत उनके मुताबिक वो इसका आनंद लेते हैं. साथ ही अभिनेता ने कहा कि “मुझे लाइन में खड़ा होना पसंद है और शायद मुझे इस तरह अपमानित नहीं होना पड़ता है.” बता दें कि मुंबई और दिल्ली में, मैं सार्वजनिक स्थानों पर अपना चेहरा मास्क से ढकता हूं और लाइन में खड़ा होता हूं. मुझे ये पसंद है.
एक मीडिया से बात करते हुए अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने कहा कि ‘सफलता और असफलता का मुझ पर कोई भी असर नहीं पड़ता है लेकिन राष्ट्रीय पुरस्कार इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि ये किसी आयोजक कंपनी की ओर से नहीं होता है. ये इसलिए विशेष लगता है और मेरे जैसे व्यक्ति के लिए जो सरकारी नौकरी चाहता था. बता दें कि सरकार से पुरस्कार प्राप्त करना बहुत बड़ी बात है. हालांकि छोटे शहर से आए किसी व्यक्ति के लिए ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.
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