मुंबई: मशहूर निर्देशक, कवि और गीतकार गुलज़ार की आधिकारिक जीवनी, गुलज़ार साब: हज़ार रहें मुड़ के देखीं’, वेदा कुनबा थिएटर, सिंथा टॉवर, अंधेरी, पश्चिम मुंबई में प्रस्तुत की गई, और ये पुस्तक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता लेखक यतींद्र मिश्रा द्वारा लिखी गई है और वाणी प्रकाशन समूह द्वारा प्रकाशित की गई है. साथ ही स्वर्ण कमल […]
मुंबई: मशहूर निर्देशक, कवि और गीतकार गुलज़ार की आधिकारिक जीवनी, गुलज़ार साब: हज़ार रहें मुड़ के देखीं’, वेदा कुनबा थिएटर, सिंथा टॉवर, अंधेरी, पश्चिम मुंबई में प्रस्तुत की गई, और ये पुस्तक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता लेखक यतींद्र मिश्रा द्वारा लिखी गई है और वाणी प्रकाशन समूह द्वारा प्रकाशित की गई है. साथ ही स्वर्ण कमल पुरस्कार विजेता, कवि, लेखक और संगीतज्ञ यतींद्र मिश्रा ने गुलज़ार के साथ अपनी 15 साल की बातचीत को इस किताब में संकलित किया है.
गुलजार की जीवनी पुस्तक के अनावरण समारोह में अभिनेत्री हेमा मालिनी मुख्य अतिथि थीं. साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखक और कवि शिन काहू निज़ाम भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे. हालांकि इस कार्यक्रम का निर्देशन यूनुस खान ने किया. हेमा मालिनी जैसे ही कार्यक्रम में पहुंचीं, वैसे ही उनके प्रशंसकों की भारी भीड़ ने उन्हें घेर लिया, और फिर उन्होंने पपराज़ी के लिए पोज़ देने के बाद, वो मंच पर गई और गुलजार से मिली.
यतींद्र मिश्रा की गुलज़ार साब: हज़ार राहें मुड़ के देखीं’ गुलज़ार की एक आलोचनात्मक जीवनी है. अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कहा कि ये किताब ज़िंदगी के पहलुओं को समझने में मदद करेगी, जिसे दर्शकों को इस किताब को पढ़नी चाहिए. ये किताब गुलज़ार के साथ डेढ़ दशक से अधिक की बातचीत में, लेखक ने कहानियाँ, यादें और टिप्पणियाँ एकत्र कीं जो पुस्तक में बदल दी है. ये पुस्तक भारत के सबसे लोकप्रिय लेखक द्वारा लिखी गई है, और फिल्मों, कविताओं, गीतों और स्क्रिप्ट और संवादों का विस्तार से विश्लेषण भी करती है. दरअसल इसमें स्क्रिप्ट और संवाद के साथ-साथ उनकी अपनी निर्देशन तकनीकों का उपयोग करते हुए कुछ फिल्मों का वर्णन भी किया गया है.