The Kashmir Files in Rajasthan नई दिल्ली, The Kashmir Files in Rajasthan विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की स्क्रीनिंग के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अब राजस्थान में धारा 144 लागू कर दी गयी है. इस पाबन्दी पर फिल्म के डायरेक्टर ने भी कड़ा विरोध जताया है. ये है पूरा […]
नई दिल्ली, The Kashmir Files in Rajasthan विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की स्क्रीनिंग के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अब राजस्थान में धारा 144 लागू कर दी गयी है. इस पाबन्दी पर फिल्म के डायरेक्टर ने भी कड़ा विरोध जताया है.
राजस्थान के कोटा में विवेक अग्निहोत्री की बहुचर्चित फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से अब शहर में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी है. कार्यवाहक जिला कलेक्टर द्वारा इस आदेश का ऐलान कर पाबंदी जारी की गयी है. उनका कहना है कि फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद साम्प्रदायिक दृष्टि से काफी संवेदनशील त्यौहार इस बीच आ रहे है. जिनमें चेटीचंड, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, जुमातुल विदा, बैसाखी अदि शामिल हैं. इसके साथ ही सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली द कश्मीर फाइल्स को लेकर कानून व्यवस्था बनाए रखना ज़रूरी है. इसी बीच भीड़ एकत्र होने, धरने, प्रदर्शन, सभा और जुलूस पर रोक लगाई गयी है.
इसी बीच 22 मार्च के दिन कोटा उत्तर की भाजपा महिला कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन भी होने जा रहा है. भाजपा का ये मार्च यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के विवादास्पद बयान को लेकर नीलकाला जाना है. आपको बता दें यह मार्च उम्मेद क्लब से लेकर कलेक्ट्रेट तक विशाल ‘चंडी मार्च’ निकालने का निर्णय लिया गया है. इस दौरान इस विरोध प्रदर्शन में अजमेर की विधायक और पूर्व मंत्री अनिता भदेल, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा और कोटा की पूर्व महापौर सुमन श्रंगी भी मौजूद रहेंगी. अब धरना प्रदर्शन के उपर लगी इस रोक को लेकर भी भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल से नाराज़गी जताई गयी है.
प्रशासन द्वारा कोटा उत्तर पूर्व से बीजेपी के पूर्व विधायक गुंजल ने प्रशासन के इस फैसले पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर हमला बोला है. उन्होंने अपने एक बयान में उन्होंने सवाल किया कि आखिर धरने से एक दिन पहले ही इस तरह की धारा क्यों लगाई जाती है. उन्होंने आगे बताया कि ये कार्यक्रम शांति धारीवाल के विवादास्पद बयान को लेकर महिलाओं का प्रदर्शन है. उन्होंने आगे कहा की इस तरह की रोक पहले भी तीन बार लगाई जा चुकी है. वो आगे कहते हैं कि ये रोक धारीवाल द्वारा बनाए गए दबाव के बाद ही लगाई जाती है लेकिन वह ये प्रदर्शन हर हाल में करेंगे और वह इस तरह की धाराओं से नहीं डरते.
इस मामले को लेकर द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने भी नाराज़गी जताते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री, अशोक गहलोत और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से मामले में दखल देने की मांग की है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “लोकतंत्र में न्याय के अधिकार पर बनी फिल्म को राज्य ही नाकाम करता है, तो फिर हम न्याय के बारे में क्या सोचें?”