मुंबई: जैन धर्म के इतिहास, संस्कृति और मूल्यों को बड़े पर्दे के द्वारा प्रसारित करने की तैयारियां इस समय बहुत तेजी से चल रही हैं. हालांकि ये कोशिश हो रही है कि जैन संतों की अमर वाणी को घर-घर तक पहुंचाने के लिए बनी फिल्म ‘द लीगेसी ऑफ महावीर’ के द्वारा, इस फिल्म में उन […]
मुंबई: जैन धर्म के इतिहास, संस्कृति और मूल्यों को बड़े पर्दे के द्वारा प्रसारित करने की तैयारियां इस समय बहुत तेजी से चल रही हैं. हालांकि ये कोशिश हो रही है कि जैन संतों की अमर वाणी को घर-घर तक पहुंचाने के लिए बनी फिल्म ‘द लीगेसी ऑफ महावीर’ के द्वारा, इस फिल्म में उन जैन संतों और गुरुओं कि कहानियों को शामिल किया गया है, जिन्हें भुला दिया गया है.
फिल्म ‘द लीगेसी ऑफ महावीर’ एक कॉस्ट्यूम ड्रामा फिल्म से अलग हटकर एक जबरदस्त कहानी के साथ-साथ महावीर जैन की शिक्षाओं के अच्छाई और बुराई के बीच के टकराव को मनोरंजक तरीके से पेश कर रही है. बता दें कि फिल्म के निर्माता विवेक सुधींद्र कुलश्रेष्ठ जी है, जो कहते हैं कि ‘इस फिल्म की कहानी को जैन धर्म की श्रेष्टता को केंद्र में रखकर तैयार किया गया है’. बता दें कि इस फिल्म में राजा ऋषभ देव के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ बनने से लेकर जैन धर्म की शुरुआत का पता चलता है और इसके अलावा भगवान महावीर और खरतरगच्छ की स्थापना को एक मनोरंजक तरीके से फिल्म में प्रदर्शित किया गया है’.
बता दें कि फिल्म में ड्रामा के साथ ही जैन धर्म की आध्यात्मिकता और अनुशासित संस्कृति को भी दिखाया गया है. हालांकि इस फिल्म में वर्धमान सूरी और अनिल लालवानी, मुनि जिनेश्वर की भूमिका मनीष बिशला और राजा दुर्लभ सिंह की किरदार सुरेंद्र पाल ने निभाई है. हालांकि ये फिल्म 27 अक्टूबर को बॉक्स ऑफिस में रिलीज होने वाली है.
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