नई दिल्ली: मशहूर उपन्यासकार आदिल रशीद के बेटे और बहुमुखी प्रतिभा के धनी लेखक सैयद गुलरेज का निधन हो गया है। उन्होंने चार नवंबर को अपने लॉस एंजिल्स स्थित घर में अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर के बाद से इंडस्ट्री में गम का माहौल है। वह कई दिग्गज संगीतकारों के साथ काम कर […]
नई दिल्ली: मशहूर उपन्यासकार आदिल रशीद के बेटे और बहुमुखी प्रतिभा के धनी लेखक सैयद गुलरेज का निधन हो गया है। उन्होंने चार नवंबर को अपने लॉस एंजिल्स स्थित घर में अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर के बाद से इंडस्ट्री में गम का माहौल है। वह कई दिग्गज संगीतकारों के साथ काम कर चुके हैं। उन्होंने नुसरत फतेह अली खान, विजू शाह, बप्पी लाहिड़ी, अनु मलिक, बापा लाहिड़ी, अभिषेक रे, गौरव दासगुप्ता, नौशाद अली जैसे संगीतकारों के साथ काम किया और वीनस और अन्य अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के लिए कई एल्बम भी बनाए थे।
गीतकार के रूप में, उन्होंने अपने फिल्मी करियर का आरभं जगमोहन मूंदड़ा की ‘कमला’ से किया, जिसका संगीत बप्पी लाहिड़ी ने दिया था और गाने सलमा आगा और पंकज उधास द्वारा प्रस्तुत किये गए थे। उनकी अन्य फिल्में ‘विषकन्या’, ‘जन्म कुंडली’, ‘आ देखें जरा’, ‘विक्ट्री’, ‘अपार्टमेंट’ आदि हैं। उनकी शायरी का एक संग्रह ‘कुछ दिल से’ पुस्तक है।
फिल्म निर्देशक राजेश राठी ने गुलरेज के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि वह एक सहज गीतकार थे, जिन्होंने ‘कमला’ से जगमोहन मूंदड़ा के सहायक के रूप में अपना करियर शुरू किया था। संगीत के दौरान बप्पी दा के साथ बैठे गुलरेज मुझे बाहर ले जाते, सिगरेट सुलगाते और जब तक संगीत खत्म होता, उनके बोल तैयार हो जाते। वह हमेशा मुझे बाउंस बोर्ड की तरह इस्तेमाल करते थे। उनके गीत हमेशा आकर्षक और अर्थपूर्ण होते थे और उनका सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का था। आज हमने एक बहुत ही प्रतिभाशाली लेखक को अलविदा कर दिया ।