Sushant singh Refuses clicked with Sara Ali khan : सुशांत सिंह राजपूत की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर उनके सभी सह-कलाकारों ने दिवंगत स्टार के बारे में याद करते हुए पोस्ट लिखीं। फेमस फोटोग्राफर विरल भयानी ने अभिनेता को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे सुशांत सिंह राजपूत सारा अली खान के साथ काम नहीं करना चाहते थे।
Sushant singh Refuses clicked with Sara Ali khan : सुशांत सिंह राजपूत की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर उनके सभी सह-कलाकारों ने दिवंगत स्टार के बारे में याद करते हुए पोस्ट लिखीं। फेमस फोटोग्राफर विरल भयानी ने अभिनेता को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे सुशांत सिंह राजपूत सारा अली खान के साथ काम नहीं करना चाहते थे। दोनों ने केदारनाथ में एक साथ काम किया और अंगूर की बेल ने सुझाव दिया कि दोनों एक गुप्त तरीके से डेटिंग कर रहे थे।
विरल भयानी ने स्पॉटबॉय को बताया, “मैं उनसे बांद्रा में एक इवेंट में मिला था, जहां अंदर मैं अकेला फोटोग्राफर था। अगर मैं गलत नहीं हूं, तो सुशांत और सारा अली खान किसी बात पर बहस कर रहे थे, इसलिए वह बहुत अच्छे मूड में नहीं थे। मैं उससे एक बाइट लेना चाहता था लेकिन उसने सीधे तौर पर इसके लिए मना कर दिया और मुझे उसे अकेला छोड़ने के लिए कहा।”
पपराज़ी का कहना है कि वह सारा अली खान के साथ क्लिक नहीं किए जाने को लेकर स्पष्ट थे। उन्होंने पोर्टल को बताया कि सुशांत ने कहा, “मुझे सारा के साथ फोटो नहीं क्लिक करानी।” मैं उस समय उनके व्यवहार से बहुत दुखी था क्योंकि मैं वहां कार्यक्रम को कैद करने के लिए था और उन्होंने यह कहते हुए तस्वीर और बाइट देने से इनकार कर दिया कि यह उनका निजी समय है।”
उनके निधन के बाद सारा अली खान के साथ उनके संबंधों की खबरें मीडिया में सामने आईं। यह पता चला कि वह 2018 के अंत में एक यात्रा के लिए उसके और उसके रूममेट्स के साथ थाईलैंड गए थे। उनके दोस्त, सैमुअल हाओकिप ने कहा कि उन्होंने सोनचिरैया की रिहाई के समय इसे छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए दोहरा झटका है।
हाल ही में एक्टर की पहली बरसी पर सारा ने सुशांत के लिए अपने सोशल मीडिा अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें एक्टर के साथ स्वीमिंग पूल में नज़र आ रही हैं।
इस फोटो के साथ एक्ट्रेस ने लिखा, ‘जब भी मुझे मदद, सलाह और हंसने की जरूरत पड़ी तो तुम हमेशा मेरे साथ थे। तुमने मेरा एक्टिंग की दुनिया से परिचय करवाया। मुझे यकीन दिलवाया कि सपने सच हो सकते हैं और मुझे वो सबकुछ दिया जो आज मेरे पास है। आज भी विश्वास नहीं होता कि तुम चले गए हो। लेकिन जब भी मैं सितारों, उगते हुए सूरज और चांद को देखती हूं तो मुझे एहसास होता है कि तुम यहीं हो। केदारनाथ से एंड्रोमेडा तक।’