मुंबई: फिल्मों के माध्यम से लोगों को कहानी बताने का ये एक बहुत अच्छा तरीका माना जाता है. बता दें कि भारतीय सिनेमा ने सच्ची घटनाओं पर आधारित कई ऐसी फिल्में बनाई हैं. बॉलीवुड के अलावा दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री भी ऐसी बेहतरीन फिल्में बनाती है. आज मैं कुछ ऐसी ही दक्षिणी फिल्मों के बारे […]
मुंबई: फिल्मों के माध्यम से लोगों को कहानी बताने का ये एक बहुत अच्छा तरीका माना जाता है. बता दें कि भारतीय सिनेमा ने सच्ची घटनाओं पर आधारित कई ऐसी फिल्में बनाई हैं. बॉलीवुड के अलावा दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री भी ऐसी बेहतरीन फिल्में बनाती है. आज मैं कुछ ऐसी ही दक्षिणी फिल्मों के बारे में बताने वाला है.
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महेश नारायण के निर्देशन में साल 2017 में आई मलयालम ड्रामा ‘टेक ऑफ’ में पार्वती थिरुवोथु, कुंचाको बोबन, फहद फासिल और दिव्य प्रभा ने महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई थीं. ये फिल्म मलयाली नर्सों के एक समूह के बारे में है, जिनका इराकी शहर तिकरित पर आतंकवादी हमले के दौरान अपहरण कर लिया गया था, और रोमांच से भरपूर ये फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है.
निर्देशन चिदंबरम एस. पोडुवल में बनी ‘मंजुम्मेल बॉयज’ हाल ही में रिलीज हुई थी,और इस मलयालम सर्वाइवल थ्रिलर को लोगों ने खूब पसंद किया है. बता दें कि ये तमिलनाडु के कोडाइकनाल की गुना गुफा में घटी सच्ची कहानी पर आधारित है.
2019 की तेलुगु बायोपिक फिल्म ‘जॉर्ज रेड्डी’ है. दरअसल इसका निर्देशन बी. जीवन रेड्डी ने किया है. इसमें संदीप माधव, नवोदित मुस्कान खुबचंदानी मुख्य भूमिकाओं में हैं. ये एक छात्र नेता, मुक्केबाज और स्वर्ण पदक विजेता के जीवन पर बेस्ड है.
अवल एक वास्तविक कहानी पर बेस्ड फिल्म है, ये डरावनी फिल्म तमिल, तेलुगु और हिंदी भाषाओं में रिलीज की गई थी. साथ ही तमिल में ‘अवल’ और हिंदी में ‘द हाउस नेक्स्ट डोर’के नाम से जाना जाता है. इसका निर्देशन मिलिंद राऊ ने किया है. इसमें सिद्धार्थ और एंड्रिया जेरेमिया अहम भूमिका में हैं. इसे तेलुगु में ‘ग्रुहम’ नाम से डब किया गया था.
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