Shrimad Ramayan: सोनी ने बनाई छोटे पर्दे की ‘आदिपुरुष’, तकनीक के सहारे रामकथा को बदलने का प्रयास

मुंबई: टीआरपी की दौड़ में 5 नंबर पर पहुंच चुका सोनी मनोरंजन चैनल अब पौराणिक धारावाहिक ‘श्रीमद रामायण’ के द्वारा दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने की सबसे बड़ी कोशिश करने जा रहा है. साथ ही इन दिनों गुजरात के चर्चित इलाके उमरगांव में धारावाहिक ‘श्रीमद रामायण’ की शूटिंग जारी है. साथ ही सोमवार को […]

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Shrimad Ramayan: सोनी ने बनाई छोटे पर्दे की ‘आदिपुरुष’, तकनीक के सहारे रामकथा को बदलने का प्रयास

Shiwani Mishra

  • December 20, 2023 1:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

मुंबई: टीआरपी की दौड़ में 5 नंबर पर पहुंच चुका सोनी मनोरंजन चैनल अब पौराणिक धारावाहिक ‘श्रीमद रामायण’ के द्वारा दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने की सबसे बड़ी कोशिश करने जा रहा है. साथ ही इन दिनों गुजरात के चर्चित इलाके उमरगांव में धारावाहिक ‘श्रीमद रामायण’ की शूटिंग जारी है. साथ ही सोमवार को मुंबई से पूरी बस भरके पत्रकार उमरगांव पहुंचे लेकिन इस धारावाहिक में राम, सीता और लक्ष्मण भूमिका निभा रहे है. दरअसल अब कलाकार मौके पर सामने नहीं आए है.

तकनीक के सहारे रामकथा को बदलने की कोशिश

टीवी शो ‘श्रीमद रामायण’ में अभिनेता सुजय रेऊ राम की भूमिका निभा रहे हैं, और उमरगांव के लोगों ने पहले मीडिया कर्मचारियों को अयोध्या के सेट पर ले जाया गया. जहां पर राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान जी की किरदारों की एंट्री हुई. बता दें कि सेट बहुत ही भव्य स्तर पर बने हैं, लेकिन रामानंद सागर की ‘रामायण’ में राम की किरदार में अभिनेता अरुण गोविल का जैसा व्यक्तित्व दिखा, हालांकि इसमें सुजय रेऊ नहीं है.

From Dipika Chikhlia To Sunil Lahiri, 'Ramayan' Team Unimpressed With  'Adipurush' Teaserदर्शकों का कहना है कि तकनीक का सहारा लेकर भले ही राम के व्यक्तित्व को निखारने की कोशिश की जा रही है, लेकिन राम की जो छवि और काया रही है, जिसे देखते ही मन पूरी तरह मोहित हो जाता है. वैसा भाव सुजय रेऊ के चेहरे पर बिल्कुल भी नजर नहीं आता. दरअसल उनकी आंखों में राम जी -सी सजलता भी नहीं है, और सीता की भूमिका निभा रही है प्राची बंसल और लक्ष्मण की किरदार निभा रहे, अभिनेता बसंत भट्ट भी दिखे है.

बता दें कि श्रीमद् नाम का उल्लेख द्वापर युग में मिलता है. दरअसल रामायण की कहानी त्रेता युग की है, और जिस युग में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था. उस युग में श्रीमद् शब्द का प्रचलन भी नहीं था. हालांकि इस बारे में शो के निर्माता सिद्धार्थ तिवारी का कहना है कि ‘इससे एक भाव मन से निकलता है’, और भगवान की कहानी कह रहे हैं, इससे प्रभु श्रीराम के प्रति एक इमोशनल भाव आता है.

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