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Farmani Naz Singer: पति से अलग से हुई थी फरमानी, गांव में रहने वाले राहुल भाई ने दिलाई पहचान

नई दिल्ली: फरमानी नाज़. एक सिंगर हैं। ये ‘Farmani Naz Singer’ नाम से एक यूट्यूब चैनल चलाती हैं, जहां अपने गाने अपलोड करती रहती हैं। कुछ गाए हुए गाने और कुछ ओरिजनल। इनके चैनल में 38 लाख से ज़्यादा सबस्क्राइबर्स हैं। फरमानी ने हाल में एक भजन रिलीज़ किया, जिसका नाम ‘हर हर शंभो है। […]

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Farmani Naz Singer: पति से अलग से हुई थी फरमानी, गांव में रहने वाले राहुल भाई ने दिलाई पहचान
  • August 1, 2022 9:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: फरमानी नाज़. एक सिंगर हैं। ये ‘Farmani Naz Singer’ नाम से एक यूट्यूब चैनल चलाती हैं, जहां अपने गाने अपलोड करती रहती हैं। कुछ गाए हुए गाने और कुछ ओरिजनल। इनके चैनल में 38 लाख से ज़्यादा सबस्क्राइबर्स हैं। फरमानी ने हाल में एक भजन रिलीज़ किया, जिसका नाम ‘हर हर शंभो है। इंस्टाग्राम रील्स और कावड़ियों के बीच तो ये गाना ख़ूब वायरल हुआ, लेकिन कुछ लोगों को इससे समस्या है। देवबंद के कुछ मौलानाओं ने एक मुस्लिम महिला के हिंदुओं के भगवान पर भजन बनाने की जमकर आलोचना की है। यहां तक कि उनके खिलाफ फतवा ( इस्लाम से जुड़े किसी मामले पर क़ुरान और हदीस की रोशनी में जो हुक़्म जारी किया जाए) भी जारी कर दिया है।

फरमानी ने क्या कहा?

इस पूरे विवाद पर फरमानी नाज़ ने बताया कि उन्हें गाना गाना बहुत पसंद था, लेकिन उनके परिवार ने उन्हें कभी संगीत की शिक्षा नहीं दिलवाई और न ही कहीं उन्हें गाने की अनुमति दी। उन्होंने कहा -“मैंने बहुत मेहनत की है और गाने का बहुत शौक भी था, लेकिन कभी चांस नहीं मिला। मां-बापू ने कभी कहीं जाकर गाने नहीं दिया था। शादी हुई तो पति से बनी नहीं। पति दूसरी किसी लड़की से बातचीत करता था। जब बेटा हुआ तो उसके गले में दिक्कत थी। उसके बाद मैं बेटे को लेकर अपने घर आ गई थी। कई महीने मैंने ससुराल वालों का इंतजार किया, लेकिन कोई मुझे लेने नहीं आया। बेटे का ऑपरेशन कराया, तो उसे भी देखने कोई नहीं आया।

फरमानी नाज़ ने बताया कि उनके गांव में रहने वाले राहुल भाई ने उनका वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया था। इस वीडियो में उन्होंने लता मंगेशकर का गाना गाया था। उस गाने को खूब पसंद किया गया था। फरमानी बताती हैं कि इंडियन आइडल में उन्हें गोल्डन टिकट भी मिला था, लेकिन उस दौरान उनके बेटे का ऑपरेशन होना था, इस कारण से उन्हें वापस आना पड़ा।

आगे वो कहती हैं, हम कभी भी ये सोचकर गाना नहीं गाते कि हम किस धर्म से हैं। कलाकारों का तो कोई धर्म ही नहीं होता है। जब हम अपने स्टूडियो में काम करते हैं, तो ये भूल जाते हैं कि हम कौन हैं। हम सिर्फ़ कलाकार हैं। यही समझ कर हम काम करते हैं क्योंकि यही हमारा काम है। लोग हमारा इंतजार करते हैं कि हम उनके लिए कुछ अच्छा लाएं। अगर हमारे चैनल पर कव्वाली है तो भक्ति के भजन भी हैं। हम सभी तरह के गीत गाया करते हैं।

अम्मी ने दिया बेटी का साथ

वहीं फरमानी नाज़ की मां ने भी इस पूरे मामले पर अपनी बात रखती हैं। उन्होंने बताया कि जो लोग ये देख रहे हैं कि मुस्लिम लड़की शिव का गाना गा रही है, वो लोग ये नहीं देख रहे हैं कि उसे अपने बच्चे को पालन-पोषण भी करना है। उन्होंने कहा-“कावड़ में उसने गाना गाया, लोग भड़क रहे हैं कि मुसलमान की लड़की भगवान शिव का गाना गा रही है, लेकिन जब वो गाने गाती है, तो उसे हर तरह के गाने गाने पड़ते हैं। अपने बच्चे को पालने के लिए तो उसे सब कुछ करना पड़ेगा। वो भजन भी गाती है, कव्वाली भी गाती है। वोसारे ही गाने गाती है। फरमानी नमाज़ भी पढ़ती है, रोज़े भी रखती है। अगर किसी को अच्छा नहीं लग रहा है, वो इस बात को नजर अंदाज़ कर रहे हैं कि वो अपने बच्चे को भी पाल रही है।”

 

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