Shehnaaz gill मुंबई. मशहूर बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्त शुक्ला अब इस दुनिया में नहीं है, सिद्धार्थ के जाने का सबसे गहरा सदमा उनकी ख़ास दोस्त शहनाज़ (Shehnaaz gill)को लगा है. अभिनेत्री इस तरह से शॉक में है कि उन्होंने खाना पीना तक छोड़ दिया है. इस मुश्किल के वक़्त में हर कोई शहनाज़ का साथ दे […]
मुंबई. मशहूर बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्त शुक्ला अब इस दुनिया में नहीं है, सिद्धार्थ के जाने का सबसे गहरा सदमा उनकी ख़ास दोस्त शहनाज़ (Shehnaaz gill)को लगा है. अभिनेत्री इस तरह से शॉक में है कि उन्होंने खाना पीना तक छोड़ दिया है. इस मुश्किल के वक़्त में हर कोई शहनाज़ का साथ दे रहा है, चाहे वह उनके फैंस हो या उनके घर वाले. ऐसे में शहनाज़ के पिता ने उन्हें सपोर्ट करने के लिए अपने हाथ में उनके नाम का टैटू बनवाया तो वहीं उनके भाई ने सिद्धार्थ को याद करते हुए अपने हाथ पर उनका टैटू बनवाया.
शहनाज़ गिल, जो कभी अपनी हंसी और चुलबुलाहट की वजह से लाइमलाइट में बनी रहती थी, वो आज पूरी तरह से गुमसुम हो गई हैं. सिद्धार्थ के जाने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे शहनाज़ की दुनिया उजड़ गई हो, ऐसे मुश्किल वक़्त में हर कोई शहनाज़ को खुश करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन शाहनाज़ का दिल सिर्फ सिद्धार्थ को ढूंढ रहा है. इस मुश्किल भरे समय में शहनाज के परिवार के साथ – साथ सिद्धार्थ की मां भी उनका पूरा सपोर्ट कर रही हैं, सभी शहनाज का इस समय खास ख्याल रख रहे हैं. बीते दिनों शहनाज़ के पिता ने अपने हाथ पर शहनाज़ को सपोर्ट करने के लिए उनके नाम का टैटू बनवाया था.
अब शहनाज़ के भाई शहबाज़ ने सिद्धार्थ को याद करते हुए अपने हाथ में सिद्धार्थ की फ़ोटो का टैटू बनवाया है और नीचे शहनाज़ का नाम लिखवाया है. इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा ‘ये यादें हमारे साथ हमेशा रहेंगी, तुम मेरे साथ मेरी यादों में हमेशा जिंदा रहोगे’. बता दें कि शहबाज़, सिद्धार्थ और शहनाज़ काफी अच्छा बॉन्ड शेयर करते थे.
बता दें कि शहनाज़ और सिद्धार्थ की मुलाक़ात बिग बॉस 13 के सेट पर हुई थी. शुरुआत में दोनों की नहीं बनी थी, लेकिन धीरे-धीरे दोनों में गहरी दोस्ती हो गई. ऐसे में बिग बॉस के घर में कई ऐसे दौर आए जहाँ सिद्धार्थ के खिलाफ पूरा घर हो गया, लेकिन शहनाज़ ने फिर भी उनका साथ नहीं छोड़ा. चाहे बात बिग बॉस के घर की हो या बाहर की, सिद्धार्थ हमेशा हर जगह शहनाज़ को सपोर्ट करते नज़र आए हैं. लेकिन, शायद इनका साथ उपरवाले को ही मंज़ूर नहीं था, ऐसे में सिद्धार्थ के जाने के बाद शहनाज़ एक बार फिर अकेली पड़ गई हैं.