नई दिल्ली : आज से करीब तीन दशक पहले सलमान खान ने जिस काले हिरण का शिकार किया था अब उसका स्मारक बनने जा रहा है. दरअसल ये स्मारक विश्नोई समाज के लोग बनाने जा रहे हैं. बता दें, विश्नोई समाज में काले हिरण को पूजा जाता है. ये स्मारक उसी जगह पर बनने जहां […]
नई दिल्ली : आज से करीब तीन दशक पहले सलमान खान ने जिस काले हिरण का शिकार किया था अब उसका स्मारक बनने जा रहा है. दरअसल ये स्मारक विश्नोई समाज के लोग बनाने जा रहे हैं. बता दें, विश्नोई समाज में काले हिरण को पूजा जाता है. ये स्मारक उसी जगह पर बनने जहां सलमान खान ने उसका शिकार किया था.
तीन दशक पहले जोधपुर काकाणी गांव में काले हिरण का शिकार करने के बाद सलमान खान मुसीबतों में पड़ गए थे. आज तक अभिनेता जोधपुर कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. अब जिस काले हिरण का शिकार किया गया था और जिस जगह पर किया गया था वहीं उस काले हिरण का स्मारक बनाए है. सलमान खान के शिकार वाली जगह पर यानी काकाणी गांव में इस स्मारक को स्थापित किया गया है.
यह घटना उस समय की है जब सैफ अली खान,नीलम, तब्बू,सोनाली बेंद्रे, सहित कई फ़िल्म स्टार सलमान खान की फिल्म “हम साथ साथ है” कि शूटिंग के सिलसिले में जोधपुर में थे. साल 1998 में 27 सितंबर से एक अक्टूबर तक फिल्म स्टार सलमान खान ने जोधपुर के अलग-अलग तीन इलाकों में तीन काले व तीन चिंकारा हिरण का शिकार किया था. इसी सिलसिले में लगातार तीन दशक से अधिक समय तक सलमान खान को जोधपुर कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ रहा है.
उसी जगह पर यानी काकाणी गांव में 7 बीघा जमीन पर काले हिरण का स्मारक बनाया गया है. बता दें, काकाणी गाँव जोधपुर से 15 किलोमीटर दूर स्थित है. इस स्मारक को रूप देने के लिए विश्नोई समाज के 200 लोगों ने काकाणी युवा नाम से एक ग्रुप बनाया था. इस ग्रुप ने काले हिरण का स्मारक बनाने की मुहिम शुरू की थी. अब यह मुहिम रंग लाई है और चंद दिनों के भीतर ही सलमान खान के शिकार करने वाले स्थल काकाणी गांव में 7 बीघा जमीन पर भव्य काले हिरण का स्मारक का उद्घाटन होगा.
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