नई दिल्ली : अक्षय कुमार जो किसी समय में बॉक्स ऑफिस किंग कहे जाते थे अब उनकी इस साल तीन फिल्मों के फ्लॉप होने से फैंस काफी निराश हैं. ऐसा नहीं है कि उन्होंने इस तरह का दौर नहीं देखा है. एक समय था जब अक्षय की एक साथ करीब 10 से ज़्यादा फिल्में फ्लॉप […]
नई दिल्ली : अक्षय कुमार जो किसी समय में बॉक्स ऑफिस किंग कहे जाते थे अब उनकी इस साल तीन फिल्मों के फ्लॉप होने से फैंस काफी निराश हैं. ऐसा नहीं है कि उन्होंने इस तरह का दौर नहीं देखा है. एक समय था जब अक्षय की एक साथ करीब 10 से ज़्यादा फिल्में फ्लॉप हो गई थीं. वो समय उनके करियर का आज तक का सबसे खराब दौर माना जाता है. लेकिन इस साल भी वह उसी दौर में वापस लौटते नज़र आ रहे हैं. जहां इस साल अक्षय कुमार की तीन फिल्में लगातार बॉक्स ऑफिस पर कमाई नहीं कर पाइन. आज हम आपको बताने जा रहे हैं की क्यों अक्षय की रक्षाबंधन बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई.
फिल्म की कहानी काफी घिसी-पीटी है. फिल्म भाई बहन का प्यार और रक्षाबंधन को ध्यान में रखकर बनाई गई है जहां दहेज़ प्रथा के खिलाफ अक्षय लड़ते नज़र आ रहे हैं. लेकिन आज के समय में कहानी फिट नहीं बैठती है. इस विषय पर पहले भी कई फिल्में बनाई जा चुकी हैं.
दर्शकों से कनेक्ट ना कर पाना भी इस फिल्म की एक बड़ी खामी रही. जनरेशन की सोच और पसंद पर फिल्म खरी नहीं उतरी। जबकि फिल्म देखने जाने वालों में 90 फीसदी युवा होते हैं.
धड़ाधड़ फिल्मों की शूटिंग कर रिलीज़ करना भी अक्षय कुमार की इस फिल्म के लिए खतरा साबित हुआ. जहां बॉक्स ऑफिस पर अब कई नए चेहरों के बीच पुराने चेहरे को देखना दर्शकों के लिए भी काफी उबाऊ हो सकता है. इसके अलावा फिल्म ओवर एक्टिंग से भी भरी हुई है.
फिल्म में जबरदस्त तरीके के लाउडनेस है. चाहे फिर स्क्रीन पर रंग हो या डायलॉग्स हों. लाउडनेस ने फिल्म और आज के दौर की सादगी को दबा दिया. साथ ही फिल्म में कई तरह के बॉडी शेमिंग जोक्स हैं जो किसलिए हैं ये आपको पता नहीं चलता. आपको फिल्म की कॉमेडी देख कर हंसी से अधिक गुस्सा आता है जो आज कल की पीढ़ी के लिए थोड़ा भड़काऊ है.
फिल्म पर बॉयकॉट का भी कुछ असर पड़ा है. हालाँकि फिल्म को उतनी नफरत नहीं झेलनी पड़ी जितनी आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा ने झेली थी. पर फिल्म की कमाई काफी प्रभावित रही है.
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