नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी। पिछले महीने हुई दरों में बढ़ोतरी और 8 साल में सबसे ज्यादा महंगाई दर अधिकतम होने की वजह से विशेषज्ञों को उम्मीद है कि जून में एक बार फिर आरबीआई अपनी दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। विशेषज्ञों का […]
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी। पिछले महीने हुई दरों में बढ़ोतरी और 8 साल में सबसे ज्यादा महंगाई दर अधिकतम होने की वजह से विशेषज्ञों को उम्मीद है कि जून में एक बार फिर आरबीआई अपनी दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। विशेषज्ञों का यही मानना है कि रिजर्व बैंक जून में होने वाली बैठक में दरों में बढ़ोतरी करेगा। जानकारों के मुताबिक एक चौथाई से अधिक 53 में से 14 अर्थशास्त्रियों ने भारतीय रिजर्व बैंक से 35 आधार अंकों की बढ़ोतरी को 4.75% करने की उम्मीद की है जबकि 20 ने 40-75 आधार संख्या को बढ़ाने की उम्मीद जताई है, दस ने 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया।
बता दें कि रिसर्च फर्म नोमुरा ने अपने एक नोट में बताया है कि आरबीआई 5 बीपीएस और 2023 के तीसरी तिमाही में 200 फीसद की वृद्धि कर सकता है। मालूम हो कि आरबीआई ने 4 मई को अनिर्धारित बैठक में बेचमार्क उधार दरों में 40 बीपीएस की वृद्धि की थी। साथ ही 50 बीपीएस मकैश रिजर्व रेशियो में वृद्धि की थी। इस बढ़ोतरी में 2020 के बाद से पहली बार की गई. और अब एक बार फिर बढ़ोतरी की संभावनाए है।
नोमुरा की रिसर्च में बताया गया कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अप्रैल 2023 में 25 बीपीएस, जून में 35 बीपीएस, और अगस्त में 50 बीपीएस बढ़ाने की संभावनाएं है। यानी कि रेपो रेट दिसंबर में 5.75% और अप्रैल 2023 तक 6.25% रेपो रेट होने की उम्मीदें है। इसके हटकर देखे तो कैश रिजर्व रेशियो में 2023 में 100 बीपीएस होने की उम्मीदें है।अप्रैल में वार्षिक आधार पर 7.8% बढ़कर हेडलाइन खुदरा मुद्रास्फीति हो गई, जो कि मई 2014 के बाद से सबसे अधिक है।