मुंबई: बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह फुल एनर्जी से भरे अपने बेबाक़ी बयानबाज़ी से सुर्ख़ियों में आते रहते हैं। अभिनेता अपने न्यूड फोटोशूट के लिए सुर्ख़ियों में छाए हुए हैं, रणवीर ने एक मैगज़ीन के लिए न्यूड फोटोशूट कराया था। उसके बाद से सोशल मीडिया पर हर जगह उनके फोटोशूट की चर्चाएं हो रही हैं, मानो […]
मुंबई: बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह फुल एनर्जी से भरे अपने बेबाक़ी बयानबाज़ी से सुर्ख़ियों में आते रहते हैं। अभिनेता अपने न्यूड फोटोशूट के लिए सुर्ख़ियों में छाए हुए हैं, रणवीर ने एक मैगज़ीन के लिए न्यूड फोटोशूट कराया था। उसके बाद से सोशल मीडिया पर हर जगह उनके फोटोशूट की चर्चाएं हो रही हैं, मानो जैसा कि सोशल मीडिया पर कुछ ब्लास्ट हो गया हो। कोई रणवीर के पक्ष में हैं तो कई उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। वहीं फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने रणवीर सिंह के खिलाफ दर्ज हुई FIR के मामले पर अपना रिएक्शन दिया है। एक इंटरव्यू में फिल्ममेकर कहते हैं कि यह बहुत ही स्टूपिडिटी वाली बात है। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि रणवीर के फोटोशूट से कैसे महिलाओं की भावनाएं को आहत पहुंच सकती है।
विवेक अग्निहोत्री ने एक इंटरव्यू के दौरान कहते हैं, यह बहुत ही स्टूपिड FIR है। इस केस को बिना किसी कारण के इतना बढ़ाया जा रहा है। FIR में लिखा है कि रणवीर के फोटोशूट से महिलाओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। कोई मुझे बताओ, जब महिलाओं की बोल्ड तस्वीरें सामने आती हैं, तो क्या इससे पुरुषों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचती है? यह बहुत ही स्टूपिडिटी है।
अग्निहोत्री आगे कहते हैं, “हमारे कल्चर में मानव शरीर की हमेशा तारीफ की गई है। मैं कहूंगा कि मानव शरीर ईश्वर की बनाई हुई सबसे सुंदर चीज है। इसमें गलत क्या है? मुझे ऐसी चीजें पसंद अच्छी नहीं लगती है। यह बहुत रूढ़िवादी सोच को दर्शाता है जिसका मैं विरोध करता हूं।”
स्वरा ने रणवीर को लेकर आ रहे लोगों के नेगेटिव कमेंट्स पर अपना रिएक्शन दिया था, भारत में अन्याय और उत्पीड़न के रोज मामले आते हैं, लेकिन हमारी नाराजगी तो सिर्फ अभिनेता की फोटोज पर है। मतलब सच में अगर आपको वो फोटोज पसंद नहीं आई है तो मत देखो। अगर आपको चाय पसंद नहीं हैं तो मत पियो। लेकिन अपनी राय किसी पर जबरदस्ती मत थोपो और हां ये कोई नैतिक मुद्दा नहीं है। स्वरा के इस ट्वीट पर रणवीर और उनके फैंस अभिनेत्री का फुल सपोर्ट कर रहे हैं। कोई कह रहा है कि जब रणवीर अपने अलग आउटफिट्स पहनते थे तब भी लोगों को परेशानी होती थी।