नई दिल्ली। बिहार के औरंगाबाद में 17 जनवरी को जमकर हंगामा और बवाल हुआ। यहां भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह एक उद्घाटन कार्यक्रम में आईं थीं। उनको देखने के लिए लोग इतने बेकाबू हो गए कि सुरक्षा व्यवस्था को ही खतरा पैदा हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक ओर जहां पुलिस ने हल्का […]
नई दिल्ली। बिहार के औरंगाबाद में 17 जनवरी को जमकर हंगामा और बवाल हुआ। यहां भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह एक उद्घाटन कार्यक्रम में आईं थीं। उनको देखने के लिए लोग इतने बेकाबू हो गए कि सुरक्षा व्यवस्था को ही खतरा पैदा हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक ओर जहां पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, तो दूसरी तरफ लोगों ने भी पत्थरबाजी कर दी। इस पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। कुछ नेताओं ने इस हंगामे को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसका भी कोई असर नहीं हुआ। पुलिस अब इस मामले की जांच करेगी।
बता दें कि अक्षरा सिंह औरंगाबाद के दाउदनगर आई थीं। एक निजी प्रतिष्ठान के संचालकों ने उनको उद्घाटन के लिए बुलाया था। इस बीच जनता को खबर लग गई कि वो यहां आने वाली हैं। लोग उनके आने से कई घंटों पहले ही इलाके में जमा हो गए। कुछ देर बाद अक्षरा सिंह आईं और सिक्योरिटी के बीच प्रतिष्ठान के अंदर घुस गईं। उन्होंने वहां उद्घाटन किया तथा कुछ देर प्रतिष्ठान के संचालकों से बातचीत की। इसके बाद वो जैसे ही उद्घाटन करके निकलीं, वैसे ही भीड़ बेकाबू हो गई।
देखते ही देखते वहं धक्का-मुक्की होने लगी। लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे और इससे अक्षरा सिंह की सिक्योरिटी को उन्हें संभालना मुश्किल हो रहा था। यह सब देख वहां मौजूद नेताओं ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन, लोगों ने उनकी भी नहीं सुनी। इसके बाद वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की और लोगों को पीछे धकेलना शुरू किया। लेकिन, लोगों ने उलटा सुरक्षाकर्मियों को ही पीछे धकेल दिया।
यह सब देख पुलिस को अहसास हो गया कि भीड़ अब रुकने वाली नहीं है। पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। इससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई और पूरे इलाके में लोग इधर-उधर भागने लगे। भीड़ के तितर-बितर होने के बाद सड़क के एक कोने से पुलिस परपत्थरबाजी होने लगी। लोगों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पत्थर चलाए। अचानक हुए इस पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।