Priyanka Chopra Surrogacy : क्या है surrogacy जिससे प्रियंका बनीं मां

Priyanka Chopra Surrogacy नई दिल्ली, Priyanka Chopra Surrogacy सेरोगेसी मां बनने की तकनीक है जिसे बॉलीवुड के कई सितारे अपना चुके हैं. इनमें प्रियंका चोपड़ा, प्रीति जिंटा, शाहरुख खान, शिल्पा शेट्टी के नाम शुमार है. आइये आपको बताते हैं कि भारत में इसको लेकर क्या नियम है और इसकी मदद के लिए किन प्रक्रियाओं से […]

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Priyanka Chopra Surrogacy : क्या है surrogacy जिससे प्रियंका बनीं मां

Aanchal Pandey

  • January 22, 2022 4:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Priyanka Chopra Surrogacy

नई दिल्ली, Priyanka Chopra Surrogacy सेरोगेसी मां बनने की तकनीक है जिसे बॉलीवुड के कई सितारे अपना चुके हैं. इनमें प्रियंका चोपड़ा, प्रीति जिंटा, शाहरुख खान, शिल्पा शेट्टी के नाम शुमार है. आइये आपको बताते हैं कि भारत में इसको लेकर क्या नियम है और इसकी मदद के लिए किन प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ता है.

बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा माँ बन चुकी है.इसकी पुष्टि प्रियंका खुद पिछले दिनों आने इंस्टाग्राम पोस्ट से कर चुकी हैं. माँ बनने के लिये उन्होंने सेरोगेसी तकनीक के मदद ली थी. आपको बता दें कि प्रियंका ने2018 में पॉप सिंगर निक जोनस के साथ शादी रचाई थी. जिसके बाद अब उन्होंने सेरोगेसी से माँ बनने का फैसला लिया है. पर बॉलीवुड में वह ऐसी पहली हस्ती नही हैं जो सेरोगेसी तकनीक का उपयोग करने जा रहीं हैं. इस लिस्ट में प्रीति जिंटा, करण जौहर, आमिर खान, तुषार कपूर, एकता कपूर जैसे नाम शामिल हैं.

क्या है सेरोगेसी

बच्चा पैदा करने के लिए जब कोई कपल किसी दूसरी महिला की कोख को किराए पर लेता है तो इसे सरोगेसी कहते है. यानी कोई और महिला पुरुष डोनर के एम्स के जरिये कपल के लिये प्रेग्नेंट होती है. ये करने के कारण कई हो सकते हैं जैसे कोई मेडिकल कंडीशन, सिंगल पेरेंटिंग या बच्चा पैदा ना करने की इच्छा आदि. अपनी कोख किराये पर देने वाली महिलाएं सेरोगेट मदर कहलाती हैं.

भारत में क्या है नियम

भारत में सेरोगेसी केक दुरुपयोग से बचने के लिए अब इस पर लगाम लगा दी गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि पहले गरीब महिलाएं पैसों के लिये सेरोगेट मदर बनने को तैयार हो जाती थी. 2019 में कमर्शियल सरोगेसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था जिसके बाद पैसों के लिये न होकर मदद के तौर पर ही महिला सेरोगेट मदर बन सकती हैं. नया बिल अल्ट्रास्टिक सरोगेसी पर भी सख़्ती रखता है.

इसके तहत सिंगल पैरेंट, तलाकशुदा , एलजीबीटी कम्युनिटी और विदेशी जोड़े भी भारत में सरोगेसी नही करवा सकते हैं.
साथ ही सेरोगेट मदर के पास मेडिकल सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है. कपल जो इसकी मदद ले रहा है उसके पास भी मेडिकल प्रमाण पत्र होना चाहिये कि वो इंफर्टाइल है.
हालांकि इस अधिनियम में 2020 में सुधार भी किये गए जिसके तहत इच्छुक महिला सरोगेसी मदर बन सकती है.

कोरोना के दौरान बढ़ी सेरोगेसी

कोरोना काल के दौरान आयी मंदी और आर्थिक चिंताओं ने सेरोगेट मदर की संख्या में इज़ाफ़ा किया है. इन महिलाओं में ऐसी महिलाएं शामिल हैं, जो आर्थिक रूप से कमज़ोर तबका रखती हैं. इन महिलाओं के लिये ये कम समय में पैसे कमाने का एक बढियां तरीका है.

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