PM Modi Kashmir Files नई दिल्ली, PM Modi Kashmir Files इन दिनों सोशल मीडिया पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ चर्चा का विषय बनी हुई है. हर तरफ लोग इस फिल्म को लेकर अपनी बात और तथ्य रख रहे है. इस फिल्म के निर्माता विवेक अग्निहोत्री को हर तरफ से वाह वाही मिल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र […]
नई दिल्ली, PM Modi Kashmir Files इन दिनों सोशल मीडिया पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ चर्चा का विषय बनी हुई है. हर तरफ लोग इस फिल्म को लेकर अपनी बात और तथ्य रख रहे है. इस फिल्म के निर्माता विवेक अग्निहोत्री को हर तरफ से वाह वाही मिल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस फिल्म की तारीफ करते नहीं थक रहे है. एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसदीय दल की बैठक में इस फिल्म का ज़िक्र किया और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को देखकर हमेशा फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन के झंडे लेकर घूमने वाली जमात बौखलाई हुई है. आइए जानते है आखिर पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में क्या-क्या कहा-
1- पीएम मोदी ने कहा कि यदि समय रहते महात्मा गाँधी और इमेर्जेंसी पर फिल्म बनी होती तो हम मेसेजिंग कर पाते, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा जब किसी विदेशीय ने गांधी पर फिल्म बनाई और उसे जब ऑस्कर मिला तब जाकर दुनिया को यह बात पता चली कि गांधी इतने महान व्यक्ति हैं.
2- पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन की बात करते है, लेकिन इमर्जेन्सी जैसी बड़ी घटना पर कोई फिल्म नहीं बना पाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सच्चाई को निरंतर छुपाने का प्रयास किया। जब हमने भारत के विभाजन पर 14 अगस्त को हॉरर डे के रूप में याद करने का तय किया, तो कुछ लोगों को तकलीफ होने लगी. भारत कैसे भूल सकता है, उसे सच्चाई जानने का अधिकार है.
3- पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 5-6 दिनों से कुछ लोग इस फिल्म की तारीफ करने के बजाय इसकी आलोचना कर रहे है. पीएम ने कहा कि फिल्म के निर्माता ने सच दिखाने कोशिश की है, लेकिन कुछ लोगों ने पहले से ही उस सत्य को न समझने की तैयारी की है, न स्वीकारने की तैयारी की है.
4- पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों को यह फिल्म सही नहीं लगती, वे वह अपनी दूसरी फिल्म बनाएं। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें हैरानी है कि किसी ने इतनी मेहनत से इस फिल्म को बनाया, सच को इक्ठा किया, समझा , लेकिन कुछ लोग सत्य को समझने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे में सत्य के खातिर जीने वाले लोगों की जिम्मेदारी है कि वे सत्य के खातिर खड़े हों और अपनी आवाज बुलंद करें, न कि कुछ लोगों की वजह से चुप रहे.