नई दिल्ली: पूरी दुनिया में भारत का नाम ऊंचा करने वाली फिल्म ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ के निर्माताओं से आज (30 मार्च) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की. बता दें, ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ ने शार्ट डॉक्यूमेंटरी कैटिगरी में ऑस्कर का ख़िताब अपने नाम किया है.इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म के निर्माता गुनीत […]
नई दिल्ली: पूरी दुनिया में भारत का नाम ऊंचा करने वाली फिल्म ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ के निर्माताओं से आज (30 मार्च) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की. बता दें, ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ ने शार्ट डॉक्यूमेंटरी कैटिगरी में ऑस्कर का ख़िताब अपने नाम किया है.इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म के निर्माता गुनीत मोंगा और निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विस से मुलाकात की है।
The cinematic brilliance and success of ‘The Elephant Whisperers’ has drawn global attention as well as acclaim. Today, I had the opportunity to meet the brilliant team associated with it. They have made India very proud. @guneetm @EarthSpectrum pic.twitter.com/44u16fbk3j
— Narendra Modi (@narendramodi) March 30, 2023
गुरुवार को हुई मुलाकात के बारे में प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर जानकारी दी है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, “‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की सिनेमाई प्रतिभा और सफलता ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है और प्रशंसा भी की है। आज मुझे इससे जुड़ी शानदार टीम से मिलने का अवसर मिला। उन्होंने भारत को बहुत गौरवान्वित किया है।” इस दौरान उन्होंने कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं जिसमें वह दोनों निर्माताओं के साथ ऑस्कर अवॉर्ड को हाथ में लिए पोज़ कर रहे हैं. अपने इस ट्वीट में पीएम मोदी ने दोनों फिल्म निर्माताओं को टैग भी किया है.
एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज में लगभग 10,000 से ज्यादा सदस्य हैं जो 17 ब्रांचों में विभाजित हैं। सभी अकादमी सदस्यों को फिल्म बिजनेस में किसी न किसी तरह से हिस्सा लेना जरुरी होता है। हालांकि इसका हिस्सा सिर्फ इंडस्ट्री से जुड़े लोग हों ऐसा होना जरूरी नहीं है, इसमें मैनेजर्स, एक्जीक्यूटिव और पब्लिक रिलेशन के प्रोफेशनल भी शामिल होते हैं।
ऑस्कर नॉमिनेशन का चुनाव संबंधित शाखा के सदस्यों द्वारा होता है। उदाहरण के लिए निर्देशकों ने निर्देशकों को नॉमिनेट किया। लेकिन बेस्ट फिल्म के लिए सभी सदस्य वोटिंग कर सकते हैं। एक बार नॉमिनेशन तय होने के बाद सभी सदस्य किसी भी सेक्शन में वोट डाल सकते हैं।
ऑस्कर समारोह से कुछ दिन पहले वोटिंग होती है। 2023 के ऑस्कर अवार्ड के लिए मतदान 2 मार्च से शुरू हुआ और 7 मार्च को समाप्त। ये प्रक्रिया ऑस्कर अवॉर्ड्स से पांच दिन पहले खत्म की जाती है।
विनर के चुनाव के लिए वोटिंग पूरी तरह से ऑनलाइन की जाती है। ताकि इसमें कोई भी गड़बड़ न हो सके। आमतौर पर सभी कैटेगरी के लिए प्रक्रिया काफी सरल रहती है, जिसे सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं वही विजेता होता है। लेकिन बेस्ट फिल्म के लिए चुनाव की प्रक्रिया अलग तरह से होती है। दरअसल, जिस नॉमिनी को पहले रैंक पर 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिलते हैं उसे ही विजेता घोषित किया जाता है। मगर कोई फिल्म उस सीमा को पूरा नहीं करती है तो सबसे कम वोटिंग मिलने वाले लोगों को हटा दिया जाता है। जिन लोगों ने उस फिल्म को फर्स्ट पोजीशन दी थी, उनके वोट उनकी दूसरी पसंद में स्थानांतरित कर दिए जाते हैं। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक कोई फिल्म बहुमत हासिल न कर ले।
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