मेरी एक निजी ज़िन्दगी है या मेरा बॉयफ्रेंड है इसका यह मतलब बिलकुल नहीं कि मैं अनप्रोफेशनल हूँ : मनीषा कोइराला

संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित हीरामंडी में मल्लिकाजान की भूमिका निभाने वाली अदाकारा मनीषा कोइराला ने अपने अभिनय के

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मेरी एक निजी ज़िन्दगी है या मेरा बॉयफ्रेंड है इसका यह मतलब बिलकुल नहीं कि मैं अनप्रोफेशनल हूँ : मनीषा कोइराला

Anjali Singh

  • July 7, 2024 6:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली द्वारा निर्मित हीरामंडी में मल्लिकाजान की भूमिका निभाने वाली अदाकारा मनीषा कोइराला ने अपने अभिनय के ज़रिए सभी के दिलों में गहरी छाप छोड़ी है. 90 के दशक में मनीषा कोइराला बेहद पॉपुलर अभिनेत्री रही है और फिल्म ‘दिल से’ में शाहरुख़ खान के साथ भी नज़र आ चुकी है. बता दें कि, 90 के दशक में अभिनेत्रियां जहां अपनी निजी ज़िन्दगी को छिपाने में विश्वास रखती थी, वहीं एक्ट्रेस मनीषा हमेशा उन मुद्दों पर बात करने में विश्वास रखती है जो सदियों से चली आ रही धारणाओं जैसे अफेयर और ड्रिंकिंग उन्हें बेहद परेशान करती थी.

अभिनेत्रियों को यह सूट नहीं करता

मनीषा ने हाल ही में इस बात का ज़िक्र किया कि “उस दौर में मुझे काफी समीक्षा का सामना करना पड़ता था और मैंने यह भी देखा कि हीरो की कई गर्लफ्रेंड हो सकती थी और उसके लिए उन्हें माचोमैन के नाम से बुलाया जाता था, लेकिन हम लोगों के साथ ऐसा नहीं था. लोगों का यह कहना होता था कि अभिनेत्रियों को यह सूट नहीं करता, आपको कोई नहीं छू सकता, जैसे की हम अछूत है. इतना ही नहीं, उस दौर में अगर एक्ट्रेस मुस्कुरा कर किसी से बात भी कर लेती थी, तो यह समझा जाता था कि अवेलेबल है. हालांकि मैंने अपने तरीके से इस बात को समझा, मैं अनप्रोफेशनल हूँ, क्योंकि मेरी एक निजी ज़िन्दगी है या मेरा बॉयफ्रेंड इसका यह मतलब बिलकुल भी नहीं है. मुझे अपना काम पसंद है और मैं पूरी शिद्दत के साथ उसे करती हूँ”.

एक पार्टी में मैंने कोक में वोडका मिलाया था

मनीषा कोइराला ने आगे बताया कि आज के वक़्त में भले ही इसे एक स्टीरियोटाइप माना जाता हो, लेकिन मुझे याद है. फिल्म सौदागर के वक़्त एक पार्टी में मैंने कोक में वोडका मिला लिया था और पी रही थी. मेरे आस-पास के लोगों ने मुझसे आकर कहा कि किसी को मत बताओ की तुम वोडका पी रही हो. क्योंकि एक्ट्रेस को यह सब शोभा नहीं देता। इसके बाद मैंने अपने आस-पास के लोगों की बातें सुनकर अपनी माँ से कहा कि मैं कोक पी रही हूँ, लेकिन उन्हें पता था कि मैंने वोडका मिलाई है, तब उन्होंने मुझसे कहा कि ऐसे छोटी-छोटी चीज़ों के लिए झूठ मत बोलो, उसके बाद से लोग मुझे जज करें या मेरे बारे में कुछ भी सोचे, मैं अपने हिसाब से ही अपनी ज़िन्दगी जीती हूँ.

 

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