नई दिल्ली : बीते दिनों पकिस्तान की सरकार ने कुछ सीन्स और कहानी का हवाला देते हुए फिल्म जोयलैंड को देश में रिलीज़ होने से पहले ही बैन कर दिया था. हालांकि फिल्म को पहले ही फिल्म बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया था. लेकिन बावजूद इसके फिल्म को बैन कर दिया गया है. […]
नई दिल्ली : बीते दिनों पकिस्तान की सरकार ने कुछ सीन्स और कहानी का हवाला देते हुए फिल्म जोयलैंड को देश में रिलीज़ होने से पहले ही बैन कर दिया था. हालांकि फिल्म को पहले ही फिल्म बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया था. लेकिन बावजूद इसके फिल्म को बैन कर दिया गया है. बता दें, ये वही फिल्म है जिसने पकिस्तान को ऑस्कर 2023 में एंट्री दिलवाई है और कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं. मालूम हो ये पाकिस्तान की पहली फिल्म नहीं है जिसे बैन किया गया है. इससे पहले भी इस तरह की कई फिल्में सामने आई हैं जिन्हें बैन कर दिया गया था. चलिए जानते हैं उन फिल्मों के नाम.
ईस्ट पाकिस्तानी मछुआरों और उनके संघर्ष की कहानी को दिखाने वाली फिल्म ‘जागो हुआ सवेरा’ भी इसी लिस्ट में आती है. प्रीमियर से कुछ दिन पहले ही इस फिल्म को रोक दिया गया था. फिल्म लाहौर के नामी डायरेक्टर एजे करदार ने डायरेक्ट की थी जहां स्क्रीनप्ले फैज अहमद फैज ने लिखा था.
यह पाकिस्तानी फिल्म बंगाली भाषा में बनी है. इसे भी रिलीज़ होने से पहले बार-बार रोका गया था. राजनीतिक व्यंग्य पर बनी इस फिल्म को जाहिर रेहान ने डायरेक्ट किया था. फिल्म में साल 1952 में हुए बंगाली भाषा आंदोलन को दिखाया गया था.
साल 1973 में आई इस पाकिस्तानी फिल्म में भी राजनीतिक व्यंग्य दिखाया गया था. इसे सैयद कमाल ने बनाया था जिसमें पॉपुलर कॉमेडियन रंगीला ने काम किया था. पाकिस्तान में लोगों के जनजीवन और मानवीय स्थिति को लेकर इस फिल्म ने व्यंग्य कसा था जिसे रिलीज के बाद जुल्फिकार अली भुट्टो ने बैन करा दिया था.
पाकिस्तानी फिल्म औरत राज को रंगीला ने डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया था. पहली पाकिस्तानी नारीवादी फिल्मों में इस फिल्म का नाम शुमार है. इसकी रिलीज से काफी पहले काफी हाइप बन गया था जिसके बाद यह फिल्म सिनेमाघरों में चली भी. लेकिन बाद में इस फिल्म को पाकिस्तानी सरकार ने बैन कर दिया.
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