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अब सिनेमा घरों में फू-फू करते नहीं नजर आएंगे नंदू , 6 साल बाद ये ऐड हटाया जाएगा

अब सिनेमा घरों में फू-फू करते नहीं नजर आएंगे नंदू , 6 साल बाद ये ऐड हटाया जाएगा

नई दिल्ली: जब भी हम सिनेमा घरों में फिल्म देखने जाते हैं, तो फिल्म की शुरुआत में नंदू अस्पताल के बाहर सिगरेट पीता हुआ नजर आता है। नंदू को अस्पताल के बाहर खड़े होकर इस तरह सिगरेट पीते हुए बहुत समय हो गया है… लेकिन अब यह आदत बदल जाएगी, क्योंकि नंदू अब बड़े पर्दे से विदा लेने जा रहे हैं। अक्षय कुमार और नंदू के इस विज्ञापन की भी अलग ही फैन फॉलोइंग है और सिर्फ फैन फॉलोइंग ही नहीं बल्कि इस पूरे विज्ञापन को कई तरह के मीम्स में भी बदल दिया गया है, लेकिन अब यह विज्ञापन पर्दे पर नहीं दिखेगा।

अक्षय कुमार और नंदू के इस विज्ञापन

ऐसे बहुत कम विज्ञापन होते हैं जो आइकॉनिक बनकर उभरते हैं। नंदू और अक्षय का यह विज्ञापन भी कुछ ऐसा ही था। इस विज्ञापन में बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय नंदू नाम के एक शख्स को सिगरेट पीने से रोकते हैं। इसके साथ ही वह उसे पीरियड्स के दौरान गंदे कपड़े के इस्तेमाल से होने वाली गंभीर बीमारियों से महिलाओं को बचाने के लिए पैड खरीदने की सलाह भी देते हैं। अब खबर आई है कि सेंसर बोर्ड ने इस विज्ञापन को रोकने का आदेश दिया है। आइए जानते हैं सेंसर बोर्ड ने ऐसा क्यों किया।

सेंसर बोर्ड ने स्मोकिंग का हटाया ऐड

अक्षय कुमार का यह नो स्मो किंग ऐड 6 साल पहले रिलीज हुआ था। जिसे फिल्म शुरू होने से पहले सिनेमाघरों में दिखाया जाता है। अक्षय के इस ऐड को नंदू विज्ञापन भी कहा जाता है। जिसमें एक्टर सैनिटरी पैड की अहमियत बताते हैं और लोगों को धूम्रपान न करने का संदेश देते हैं। इस ऐड को अब सिनेमाघरों से हटा दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह बदलाव सितंबर 2024 से किया गया है। वहीं, जब राजकुमार राव की फिल्म ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ रिलीज हुई थी, तो उसमें नंदू का ऐड नहीं दिखाया गया था। कहा जा रहा है कि अब इसकी जगह नया ऐड लाया गया है। जिसमें बताया गया है कि तंबाकू छोड़ने से 20 मिनट के अंदर शरीर में कैसे सकारात्मक बदलाव आते हैं। वहीं, अक्षय कुमार के ऐड को हटाने की अभी तक सेंसर बोर्ड की तरफ से कोई वजह नहीं बताई गई है।

अक्षय का ये विज्ञापन कब आया?

साल 2012 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ मिलकर एक आदेश दिया था। इस आदेश में कहा गया था कि ऐसी फिल्में दिखाने से पहले जिनमें धूम्रपान के दृश्य हों, ऐसे विज्ञापनों को एडवाइजरी के तौर पर चलाया जाए। इसमें ऐसे विज्ञापनों को फिल्म शुरू होने से पहले और इंटरवल के बाद दिखाना होता है। इस आदेश के बाद जो पहला विज्ञापन बना वो मुकेश का था। मुकेश हरणे नाम के एक व्यक्ति की तंबाकू सेवन से होने वाले कैंसर की वजह से कम उम्र में ही मौत हो गई थी। इसके बाद भी ऐसे विज्ञापन दिखाए गए और फिर साल 2018 में अक्षय का ये विज्ञापन आया।

 

 

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