The Kashmir Files भोपाल, The Kashmir Files मध्यप्रदेश में विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री और आईएएस अधिकारी नियाज खान आमने सामने आ चुके हैं. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बीते बुधवार राज्य सरकार द्वारा नियाज खान के खिलाफ नोटिस जारी करने की बात कही है. द कश्मीर फाइल्स […]
भोपाल, The Kashmir Files मध्यप्रदेश में विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री और आईएएस अधिकारी नियाज खान आमने सामने आ चुके हैं. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बीते बुधवार राज्य सरकार द्वारा नियाज खान के खिलाफ नोटिस जारी करने की बात कही है.
द कश्मीर फाइल्स को लेकर बयान देने वाले और मुसलामानों की हत्या पर फिल्म बनाने की मांग करने वाले आईएएस अधिकारी नियाज खान अब मुश्किलों में फंसते नज़र आ रहे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर अपनी राय रखी थी. अब भाजपा के नेता और मंत्रियों में उनके लिए नाराज़गी है.
दरअसल नियाज खान ने अपने सोशल मीडिया पर फिल्म के बारे में लिखते हुए मांग की थी कि द कश्मीर फाइल्स के बाद अब मुसलमानों के साथ हुई बदसलूकी और उनकी हत्या को दिखाती हुई फिल्म भी बननी चाहिए. अब इस बयान को लेकर उनसे प्रदेश के कुछ नेता और मंत्री नाराज़ हैं. सबसे पहले उनके इस बयान पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने नाराज़गी जताई थी. इसके बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें अपनी मर्यादा लांगने के बारे में चेताया था. उन्होंने कहा था कि अधिकारीयों की एक अपनी लक्ष्मण रेखा होती है, जिसका नियाज उल्लंघन कर रहे हैं.
अब इस मामले पर राज्य सरकार द्वारा नियाज के खिलाफ नोटिस जारी कर तलब किया जाएगा. इससे पहले भी अधिकारी के इस बयान को लेकर जांच की मांग की जा चुकी है. जहां ये मांग भाजपा के विधायक रामेश्वर शर्मा ने उठाई थी. अब ये दूसरी बार है कि नियाज के लिए कोई और एक्शन लिया जाएगा.
नियाज ने पिछले दिनों फिल्म की कमाई को लेकर द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक को भी घेरा था. उन्होंने कहा था, फिल्म ने अबतक 150 करोड़ रूपए कमा लिए हैं. इसके बाद विवेक अग्निहोत्री अपनी इस फिल्म की कमाई का कुछ हिस्सा कश्मीरी पंडितों के वेलफेयर के लिए क्यों नहीं दे देते हैं? उन्होंने आगे इस सवाल पर कहा था की, विवेक अग्निहोत्री को खुद कश्मीरी पंडितों के लिए काम करना चाहिए. जिसपर निर्देशक ने भी अपना जवाब लिखते हुए नियाज को किताबों से मिलने वाली रॉयल्टी पर घेरा था.