Mohammed Rafi 38th Death Anniversary: बॉलीवुड के सुरों के सम्राट मोहम्मद रफी की आज पुण्य तिथि है. मोहम्मद रफी ने बॉलीवुड के तमाम गाने भजन अपनी खूबसूरत आवाज में गाये हैं. लेकिन ऐसे क्या हुआ था उस रात कि बॉलीवुड के सुरों के सम्राट मोहम्मद रफी की लाश पर मंदिर के फूल चढाने पड़े जानिए
बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. आवाज के जादूगर थे मोहम्मद रफी. तमाम रोमांटिक और दर्दभरे उनके नगमे दुनियां आज भी सुनती है. मन हरि दर्शन को तड़पत आज जैसे भजन भी उन्होंने गाए. जब उनकी मौत हुई तो मुंबई में इतनी भयंकर बारिश हुई कि लगा आसमान रो रहा हो. 1980 में वो 31 जुलाई की रात थी. उनको अचानक हार्टअटैक हुआ और उस वक्त उनकी बीवी बिलकिस ऊपर के फ्लोर पर थीं, जो खुद बुखार के चलते बिस्तर पर थीं. उन्हें भी देर से पता चल पाया.
बड़ी मुश्किल से बीमार बिलकिस उन्हें कार में डालकर एक हॉस्पिटल में ले गईं. एक परिचित पडौसी डॉक्टर भी मदद के लिए आ गए थे, लेकिन उन दिनों पेसमेकर बडी दूर की कौड़ी थी. उस हॉस्पिटल में था ही नहीं, दूसरे हॉस्पिटल के लिए निकले तो रास्ते में एक और हार्ट अटैक आ गया. बिलकिस के लिए मुश्किल ये थी कि उनके बाकी बेटे लंदन में थे, केवल एक ही बेटा वहां था.
लेकिन ना दुआ काम आई और ना ही दवाएं. देर रात को ऱफी की मौत हो गई, बिलकिस बीमार थीं और बेटा उनकी खिदमत में था. घर पर शव ले जाते तो फैंस का पारावार कौन संभालता, ऐसे में उनके शव को हॉस्पिटल से घर ले जाना भी रात में मुश्किल हो गया. तब ऐसी नौबत भी आई कि मंदिर के देवता पर चढ़ने वाले फूल रफी की लाश पर चढ़ाने पड़ गए थे.
आखिर ऐसी नौबत क्यों आई, जिस देवता के लिए कभी मौ. रफी ने कभी ना भूलने वाला भजन गाया था, उसी देवता पर चढने को आए फूल, मौ. रफी की लाश पर रखने पड़े,
जानिए पूरी कहानी इस वीडियो रिपोर्ट में विष्णु शर्मा के साथ–
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