नई दिल्ली, तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार महेश बाबू की फिल्म सरकारु वारी पाटा सिनेमा घरों में कुछ कमाल नहीं कर पाई. इसी बीच अभिनेता हिंदी सिनेमा को लेकर किये गए अपने विवादित बयान से भी मुकरते नज़र आ रहे हैं. जहाँ अब उन्होंने अपने इस बयान को मज़ाकिया बताया है. महेश बाबू के […]
नई दिल्ली, तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार महेश बाबू की फिल्म सरकारु वारी पाटा सिनेमा घरों में कुछ कमाल नहीं कर पाई. इसी बीच अभिनेता हिंदी सिनेमा को लेकर किये गए अपने विवादित बयान से भी मुकरते नज़र आ रहे हैं. जहाँ अब उन्होंने अपने इस बयान को मज़ाकिया बताया है.
महेश बाबू की हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म सरकारु वारी पाटा का वही हाल होता दिखाई दे रहा है जो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान का हुआ था. महेश बाबू की ये फिल्म अब सिनेमाओं में कुछ कमाल नहीं कर पा रही है. हालांकि फिल्म ने रिलीज़ होने के तुरंत बाद धमाकेदार ओपनिंग भी की थी, लेकिन फिल्म कुछ कमाल नहीं कर पाई. रिलीज़ होने के अगले दिन ही फिल्म का रिकॉर्ड खराब होता नज़र आया. इसी बीच हिंदी सिनेमा को लेकर विवादित बयान देने वाले महेश बाबू के सुर भी बदलते नज़र आ रहे हैं. उन्होंने अपने बयान को लेकर बाज़ी पलट दी है. हिंदी फिल्मों में अब महेश बाबू की दिलचस्पी भी अचानक बढ़ती नज़र आ रही है.
अपनी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी की फिल्म मेजर की ट्रेलर रिलीज़ पर जो महेश बाबू अपनी फिल्मों की चॉइस को लेकर शेखी बघार रहे थे अब वह कुछ अलग नज़र आ रहेव हैं. मालूम होता है कि अभिनेता ने अब अपना पाँव खुद ही कुल्हाड़ी पर मार लिया है. अब उनका कहना है कि उन्होंने जो कुछ भी कहा वह केवल और केवल मज़ाक था. उन्होंने साथ में यह भी कहा है कि उन्होंने देश भर के पत्रकारों को हैदराबाद में चुटकुले सुनाने के लिए बुलाया था, ये बात सामने आने पर उन्हें लेकर हिंदी फिल्म जगत में और चुटकुले बनने लगे हैं.
मालूम हो पिछले दिनों महेश बाबू ने एक प्रेस वार्ता के दौरान हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम किये जाने के सवाल को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि हिंदी फिल्म जगत उन्हें कभी अफोर्ड नहीं कर सकती है. उनके इस बयान को लेकर उन्होंने तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री से अपने जुड़ाव को भी जताया था और कहा था कि वह अपने क्षेत्रीय सिनेमा से काफी खुश हैं.
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