पूरा घर करण को हिरो समझ रहा है जैसे करण ने प्रीता के सर पर लगे दाग को हटाया है वो किसी जादू से कम नही. लेकिन करण को प्रीता ने थैंक्स तक नही किया जिसे लेकर करण बेचारा परेशान हो जाता है. और सोचने लगता है कि प्रीता के लिये पृथ्वी बिलकुल अच्छा लड़का नही है ऐसे में वो चाहता है कि प्रीता का रिश्ता कहीं और हो जाए.
नई दिल्ली : कुंडली भाग्य में शुरूआत होती है उस हकीकत से जो ना तो प्रीता समझ पा रही है और ना ही करण, करण मजाक में ही लेकिन प्रीता से अपनी सारी फिंलिंग्स को शेयर करता है, वो बताता है कि वो कल रात प्रीता के साथ कितना क्लोंज़ फील कर रहा था, लेकिन हमेशा की तरह ही उसका सच्चा प्यार बदल जाता है तकरार में जहां वो दोनो पृथ्वी को लेकर लड़ने लगते हैं प्रीता कमरे से बाहर निकल जाती है जहां उससे पृथ्वी टकराता है.
प्रीता सरला के साथ घर जाती है और करण के बारे में सोचती है. वहीं करण भी प्रीता की याद में खोया रहता है. और दोनो को ही समझ में आता है कि वो दोनो एक दूसरे के लिये नही बने है. सृष्टी का सामना होता है समीर से लेकिन उसे वो सारी बातें याद आ जाती है जहां समीर ने कभी अपनी बहन से मजाक में कहा था कि वो सृष्यी से प्यार नही करता है. सृष्टी उसे इग्नोर करके वहां से निकल जाती है जिससे समीर को अजीब लगता है.
करण की मां करण के प्रीता को निर्दोश ठहराने के लिये किये उसके कोशीश के लिये उसे प्रोत्साहित करती है और उसके लिये लडडू बनाकर लाती है वो ऋषभ और करण को बताती है कि कैसे सरलजी प्रीता और पृथ्वी की शादी तोड़ने के लिये तैयार थी लेकिन उनके समझाने से उन्होने शादी नही तोड़ी, जिसे सुन दोनो भाई अपनी मां को कहते हैं कि पृथ्वी अच्छा लड़का नही है और उन्होने ये शादी तूटने से रोक कर ठीक नही किया.