सिमोनिका का प्लान है कि अभि की पार्टी में वो बम फोड़ कर सबको मार देगी. संग्राम ये सुनकर परेशान हो जाता है क्योंकि उसे दिशा की फिक्र होती है. सिमोनिका आधी रात को प्रज्ञा से मिलती है और उसे अपने प्रज्ञा होने का सच किसी को ना बताने के लिये कहती है क्योंकि इससे दुश्मन चौकन्ना हो जाएगा.
नई दिल्ली: कुमकुम भाग्य में लगता है कि अब तक प्रज्ञा जो किस्मत लिखा कर लाई थी वो अब सिमोनिका का साथ दे रही है तभी तो सिमोनिका का सच प्रज्ञा के सामने आने के ठीक पहले ही उसकी किस्मत उसका साथ दे देती है और प्रज्ञा के सामने सिमोनिका का सच नही आ पाता है. सिमोनिका प्रज्ञा की अपनी होने का नाटक करती है और आधी रात को उसके घर आकर कहती है कि वो अपने प्रज्ञा होने का सच किसी को ना बताए वरना दुश्मन चौकन्ना हो जाएगा. प्रज्ञा उसका शुक्रिया अदा करती है और कहती है कि कोई और होता तो उससे बात भी नही करता लेकिन सिमोनिका उसकी अब भी फिक्र कर रही है.
सिमोनिका संग्राम के कमरे में जाती है और कहती है कि कल अभि के घर में उसकी बर्थडे की पार्टी है और पार्टी के वक्त जब पूरा घर एक जगह होगा वो घर में बम फोड़ कर सबको मार देगी. ंसंग्राम डर जाता है और सोचता है कि वो कैसे दिशा को लेकर घर से बाहर निकलेगा.
अभि का बर्थडे है और पूरा घर उसे सप्राइज देने का प्लान बनाता है. सब डिसाइड करते है कि कोई भी अभि को ये नही जताएगा की किसी को भी उसका जन्मदिन याद है. अभि कोशीश करता है कि वो प्रज्ञा को याद दिलाएगा की उसका बर्थडे है लेकिन प्रज्ञा कुछ भी याद ना होने का बहाना करती है.
दादी पूजा करती है और अभि की खुशियों की कामना करती है वही अभि अपने कमरे में सोकर उठता है लेकिन कोई गिफ्ट या विशश ना देखकर मायूस हो जाता है. सिमोनिका जूलर के पास जाती है और अभि का ब्रेसलेट के बहाने से उनसे पैकेट ले आती है जबकि जूलरी शॉप के मालिक को उसपर शक होता है और वो प्रज्ञा को सिमोनिका की हरकत के बारे में बताता है.
अभि परेशान है क्योंकि किसी को घर में उसका जन्मदिन याद नही है. वहीं सिमोनिका प्लान बनाती है कि जूलरी की जगह घर में बम ले जाएगी और ठीक पार्टी के वक्त सब का खेल खत्म कर देगी.
प्रज्ञा को सिमोनिका के इस गेम प्लान के बारे में पता चल जाता है हालाकि उसे ये नही पता चलता है कि वो लड़की सिमोनिका ही है.