Kumkum Bhagya 26 April 2018 Full Episode Written Updates: सात साल बाद कुमकुम भाग्य की कहानी में अभि और प्रज्ञा दोनो ही एक दुसरे को याद करते दिखे लेकिन जहां एक और प्रज्ञा अभि से आज भी प्यार करती है और उसकी बेटी के सहारे जिंदगी जी रही है वहीं अभि के पास उसकी सिर्फ कड़वी यादों के सिवा कुछ भी नही है.
9:00 कुमकुम भाग्य में 26 अप्रैल का शो शुरू होता है प्रज्ञा के लंडन वाले घर से जहां वो किंग और कियारा के साथ घर आती है जहां किंग की दादी उन दोनो का इंतजार करती है दादी को किंग कहता है कि प्रज्ञा ना सिर्फ उसका बिज़नेस संभाल रही है बल्कि उसे भी संभाल रही है. जहां दर्शकों को ये पता चलता है कि प्रज्ञा ने किंग से शादी नही की है बल्कि वो तो सिर्फ उसे और उसकी बेटी को अपना नाम दिया है.
9.5 प्रज्ञा दादी को कहती है कि किंग ने रेस्त्रां में कोई बवाल नही किया था बल्कि मीडिया ने किंग की सिलेब्रिटी इमेज का फायदा उठाया है जिसे सुन किंग की दादी खुश हो जाती है वो प्रज्ञा को बिलकुल वैसे ही आशिर्वाद देती है जैसे कभी अभि की दादी दिया करती थी.
9:10 प्रज्ञा अपनी और अभि की बेटी के साथ काफी खुश है लेकिन कियारा बिलकुल अभि की तरह ही प्रज्ञा के साथ हंसी मजाक करती है जिसे देख बार बार प्रज्ञा को अभि की याद आती है. वहीं सोते हुए अभि को हवा एक झोंके से प्रज्ञा की याद आती है वो सोचता है कि कैसे प्रज्ञा उसकी जिंदगी में जब थी तो उसे सोते से उठाया करती थी वो प्रज्ञा को काफी याद करता है.
9:20 अभि के पास तन्नू आती है और उसे एक पंख से अभि को छेड़ती है जिससे अभि तन्नु पर गुस्सा हो जाता है वो उसको कहता है कि वो ऐसा कोई काम ना करे जिससे उसे प्रज्ञा याद आए अभि तन्नु से कहता है कि उसने पिछले सात साल से ना तो कॉफी पी है और ना ही अपना कमरा गंदा रखा क्योंकि ये सारी बातें उसे तन्नु की याद दिलाता है.
9:25 अभि तन्नू को डांट कर कमरे में आ जाता है जहां पिछे से दासी आ जाती है और उसे कहती है कि वो सिर्फ प्रज्ञा को प्यार करता है लेकिन अभि दासी की या बात नही मानता है कि उसे प्रज्ञा से प्यार करता है. दासी उसे काफी समझाती है कि वो प्रज्ञा को भले ही भूलने के लिये ये सब कर रहा है लेकिन उसके मरने के बाद ही प्रज्ञा की याद उसके दिल से जा सकती है.
9:28 दादी अभि से कहती है कि जब आज भी घर का हर एक सदस्य प्रज्ञा की याद से शुरू होता है तो वो खुद को कैसे प्रज्ञा से अलग कर सकता है दासी कहती है कि अगर उसे लगता है कि प्रज्ञा ने उसेगहरी चोट दी है तो मलहम भी प्रज्ञा ही उसे लगाएगी दासी कहती है कि अगर उसे लगता है कि दासी झूठ बोल रही है तो वो कभी उसे यानि की अभि को बेटा नही कहेगी.