Krantiveer Full HD Movie Watch Online: अगर आप बॉलीवुड हिन्दी फिल्में देखने का शौक रखते हैं तो हम आपके लिए लाए हैं फिल्में देखने का सुनहरा मौका जहां आप बिना पैसे खर्च किए अपनी पसंदीदा ऑनलाइन देख सकते हैं आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक्शन से भरपूर फिल्म क्रान्तिवीर जिसमें अतुल अग्निहोत्री, ममता कुलकर्णी, डैनी डेन्जोंगपा ने मुख्य भूमिका निभाई है. साल 1994 में आई यह फिल्म साल की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी और दर्शकों ने काफी पसंद भी किया. इस फिल्म को आप हमारी वेबसाइट Inkhabar.com पर दिए लिंक पर क्लिक करके आसानी से फ्री में देख सकते हैं.
बॉलीवुड डेस्क,मुंबई. How to Watch Nana Patekar, Dimpal Kapadiya starrer Krantikari Full HD Hindi Movie Watch Online: अगर आप एक्शन फिल्मों के शौकीन है तो हम आपके लिए है एक्शन से भरपुर साल 1994 की नाना पाटेकर, अतुल अग्निहोत्री, ममता कुलकर्णी स्टारर सुपरहिट फिल्म क्रान्तिवीर. इस फिल्म को देखने के लिए आपको पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है, आप अपने मोबाइल पर फ्री में इस फिल्म को ऑनलाइन देख सकते है. साल 1994 साल में रिलीज हुई इस फिल्म को दर्शकों ने काफी पंसद किया था जिसे लोग आज भी पसंद करते हैं.
फिल्म की बात करें तो क्रान्तिवीर नाना पाटेकर की सुपरहिट फिल्मों में से एक फिल्म है. इस फिल्म में नाना पाटेकर कई जानदार डायलॉग्स भी हैं जिन्हें सालों बाद भी पसंद किया जाता है. फिल्म में नाना पाटेकर (प्रताप तिलक) एक स्वतंत्रता सेनानी का पोते का किरदार निभाया जो कम उम्र में ही जुआ खेलना शुरु कर देता है. प्रताप की मां दुर्गादेवी (फरीदा जलाल) प्रताप की आदतों से परेशान होकर उसे गांव छोड़ने के लिए कहती है. जिसके बाद प्रताप मुंबई चला जाता है जहां वह चॉल मालिक लक्ष्मीदास (परेश रावल) के बेटे अतुल (अतुल अग्निहोत्री) की जान बचाता है.
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बेटे की जान बचाने के बाद लक्ष्मीदास प्रताप को अपने साथ घर ले जाता है. जब वे बड़े हो जाते हैं तो अतुल और ममता (ममता कुलकर्णी) एक दूसरे को पसंद करने लगते हैं जो योगराज (टीनू आनंद) नाम के एक बिजनेसमैन की बेटी है. दूसरी ओर प्रताप चॉल में रहने वाली प्रेस संपादक मेघा दीक्षित (डिंपल कपाड़िया) पर हंसते रहता है जो समाचार पत्रों में लिखकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती है. दरअसल, प्रताप लोगों को खुद से अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करता है और अन्य लोगों की मदद की प्रतीक्षा करने के बजाय खुद के लिए लड़ना सिखाता है. वहीं चतुरसिंह (डैनी डेन्जोंगपा) और योगराज हीरो प्रताप की बस्ती में एक बिल्डिंग बनाने की योजना बनाते हैं और दंगा कर लोगों के लोगों के घरों को जला देते हैं.
कुछ समय बाद चतुरसिंह लक्ष्मीदास की हत्या कर देता है, साथ ही घा के माता-पिता की हत्या और उसके साथ बलात्कार भी करता है. जैसे ही प्रताप को यह जानकारी लगती है वह गुस्से में पागल हो जाता है. आगे की कहानी बहुत रोचक है. इस फिल्म में सभी कलाकारों ने अपने किरदार को बखूबी निभाया हैं इस फिल्म कहानी जानने के लिए आपको यह फिल्म पूरी देखनी होगी. बता दें की यह फिल्म 1994 की बड़ी फिल्मों में से एक थी.