नई दिल्ली : रिलीज़ के कई महीनों बाद विवेक अग्निहोत्री की फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” एक बार फिर से चर्चा में आ गई है. दरअसल, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने हिंदी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को दुष्प्रचार करने वाली और एक भद्दी फिल्म बताया है. […]
नई दिल्ली : रिलीज़ के कई महीनों बाद विवेक अग्निहोत्री की फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” एक बार फिर से चर्चा में आ गई है. दरअसल, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने हिंदी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को दुष्प्रचार करने वाली और एक भद्दी फिल्म बताया है. इज़राइली फिल्ममेकर के खिलाफ ये मामला इतना बढ़ गया है कि अब इसपर विरोध प्रदर्शन होने लगे हैं.
‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को राजनीतिक और सिनेमा का प्रोपेगेंडा बताने वाले इस्राइली फिल्म निर्माता नदव लापिद के खिलाफ अब कश्मीर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. उनके खिलाफ कश्मीरी पंडितों का गुस्सा फूटा है. लापिद को कश्मीरी पंडितों ने तुरंत देश से बाहर निकालने की मांग की है.
हिजबुल मुजाहिदीन के हमले में मारे गए प्रिंसिपल अशोक कुमार रैना के बेटे विकास रैना भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए. यहां इन्होने फिल्म को लेकर एक समाचार चैनल से बात की. उनके अनुसार फिल्म कश्मीर फाइल्स ने कश्मीरी पंडितों के पलायन पर सच्चाई को छिपाने के लिए तैयार किए गए 30 साल पुराने प्रोपेगेंडा को उजागर किया है. उन्होंने लापिद से पूछा कि क्या वह हमारा दर्द समझता है? जब मैं बच्चा था तब मैंने पिता को खो दिया उन पर गोलियों की बौछार कर दी गई। यह फिल्म भारत की श़िडलर्स लिस्ट है और यह हमारा सत्य भी है. लापिद के बयान ने हमारे घावों को ताजा कर दिया है.
विरोध प्रदर्शन के दौरान कई कश्मीरी पंडितों ने दावा भी किया है कि जितना इस फिल्म में दिखाया गया है उसमें असलियत का कुछ ही हिस्सा है. उन्होंने फिल्म मेकर के लिए कहा कि- 95 फीसदी सच्चाई तो उन्होंने देखी ही नहीं है.
रिलीज़ के कई महीनों बाद विवेक अग्निहोत्री की फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” एक बार फिर से चर्चा में आ गई है. दरअसल, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने हिंदी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को दुष्प्रचार करने वाली और एक भद्दी फिल्म बताया है. ये मामला अब गरमा गया है और नदव के बयान के चलते अब सिनेमा जगत में उनकी निंदा हो रही है. सिनेमा जगत के साथ ही सियासी जगत में भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. दरअसल, इफ्फी 2022 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लापिद ने कहा था कि फिल्म समारोह में कश्मीर फाइल्स दिखाए जाने से वो हैरान हैं.