नई दिल्लीः हिंदी सिनेमा और साउथ सिनेमा में छिड़ा महासंग्राम फिल्म जगत में एक बार फिर से खबरों में है। अभिनेता से नेता बनीं दक्षिण भारतीय फिल्मों की जानी मानी अभिनेत्री जयासुधा ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। कंगना रणौत को केवल दस फिल्मों के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने […]
नई दिल्लीः हिंदी सिनेमा और साउथ सिनेमा में छिड़ा महासंग्राम फिल्म जगत में एक बार फिर से खबरों में है। अभिनेता से नेता बनीं दक्षिण भारतीय फिल्मों की जानी मानी अभिनेत्री जयासुधा ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। कंगना रणौत को केवल दस फिल्मों के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर उन्होंने भारत सरकार की आलोचना की।
बता दें, जयासुधा अभिनेत्री जयाप्रदा के साथ टॉक शो अनस्टॉपेबल विथ एनबीके पर गईं, जिसे नंदमुरी बालकृष्ण होस्ट कर रहे है। उन्होंने बताया की कंगना रणौत जैसी हिंदी सिनेमा की अभिनेत्रियां जिन्हे केवल दस फिल्में कर के पद्मश्री पुरस्कार दिया जा रहा है। वहीं, कितने लोग हैं जो फिल्म इंडस्ट्री में सालों से काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें कोई पहचान कोई सम्मान नहीं दिया गया, खासकर के दक्षिण भारत के कलाकारों को। जया ने आगे कहा की विजया निर्मला जैसी महिला निर्देशक जिनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज है, उन्हें भी सरकार की तरफ से कोई मान सम्मान नहीं प्राप्त हुआ। कभी कभी मुझे दुख होता है कि दक्षिण को सरकार से कोई प्रशंसा नही मिलती है। हम नहीं चाहते कि हमारे कहने पर हमें सराहे, खुद सरकार को ये करना चाहिए।
अभिनेत्री जयासुधा तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय से फैंस के दिलों में जगह बनाई हुई हैं। जयासुधा अलग अलग राजनैतिक दलों से चुनाव लड़ चुकी हैं और 2009 से 2014 के बीच सांसद भी रह चुकी हैं। इस मौके पर अभिनेत्री जयाप्रदा ने अपना व्यक्तिगत मत रखते हुए बताया की, हमें पुरस्कार सम्मान से मिलना चाहिए न कि मांगने पर। सांसद रहते हुए मैंने एनटीआर के लिए भारत रत्न की मांग रखी थी और मैं आज तक उनके जवाब की प्रतीक्षा कर रही हूं।
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