The Kashmir Files नई दिल्ली, The Kashmir Files रिलीज़ होने से पहले निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ जितने विवादों में रही उससे ज़्यादा विवाद अब रिलीज़ होने के बाद शुरू हो चुके हैं. कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों को निकाले जाने की सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म ने दर्शकों समेत, समीक्षकों […]
नई दिल्ली, The Kashmir Files रिलीज़ होने से पहले निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ जितने विवादों में रही उससे ज़्यादा विवाद अब रिलीज़ होने के बाद शुरू हो चुके हैं. कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों को निकाले जाने की सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म ने दर्शकों समेत, समीक्षकों और राजनेताओं पर भी अपनी छाप छोड़नी शुरू कर दी है.
विवेक अग्निहोत्री और उनकी पत्नी एवं अदाकारा पल्लवी जोशी फिल्म के रिलीज़ के तीसरे दिन रविवार को स्टार मॉल (गुरुग्राम) के पीवीआर में पहुंचे. उनके वहां पहुंचते ही फैंस ने उन्हें घेर लिया. कुछ देर तक अपने फैंस से बातचीत करने के बाद विवेक अग्निहोत्री बाहर आ गए. जहां उन्होंने फिल्म के बारे में कुछ रोचक बात बताई कि किस तरह ये फिल्म बनाने में उन्हें मुश्किलों को झेलना पड़ा.
विवेक ने बताया की कश्मीरी पंडित समुदाय के सुरेंद्र कोल उन्हें अमेरिका में मिले थे. उन्होंने निर्देशक से पूछा था की क्या कभी उनके समुदाय का दर्द भी जनता तक पहुंचाया जा सकेगा. उस समय विवेक ने ये फिल्म सच्चाई के साथ बनाने की ठान ली थी. उन्होंने इस बारे में अपनी पत्नी से सलाह ली और पूछा कि जब देश के सिपाही अपनी जान जोखिम में डाल कर देश के लिए मैदान में उतर सकते हैं तो हम क्यों नहीं अपनी कला से ऐसा कर सकते हैं.
4 वर्षों में बनी ये फिल्म की शूटिंग 2 साल तक कोरोना काल की वजह से टलती रही. कश्मीर में फिल्म को शूट करना भी एक बड़ी चुनौती थी. शूटिंग के बाद लोगों का विरोध और फिल्म के प्रति प्रदर्शन ने परेशानियां खड़ी कर दी. लेकिन रिलीज़ के बाद फिल्म को दर्शकों ने खूब प्यार दिया. कश्मीरी पंडितों ने फिल्म के हैशटैग को काफी बढ़ावा दिया जिससे उन्हें वापस अपने घर जाने में आसानी हो और वह दुनिया को अपनी सच्ची कहानी दिखा पाएं.
निर्माता और एक्ट्रेस पल्लवी जोशी ने बताया की कैसे उन्हें फिल्म की शूटिंग के दौरान फतवे का भी सामना करना पड़ा. फतवा उनके और उनके पति के खिलाफ किया गया. ये शूटिंग के आखरी दिन कश्मीर में जारी किया गया था. फिल्म को निर्माण के दौरान भी काफी धमकियां दी गयी थी.