इश्क में मर जावां में आज आरोही के लिये एक बड़ा दिन साबित हुआ दरअसल जिस भतिजे की मौत का बदला आरोही दीप से लेना चाहती थी वो जिंदा है. दीप ने उसे नही मारा. विराटो को आरोही जेल में वैसे ही पिटवाती है जैसे कभी उसके जेल में होने पर विराट ने उसे मारा था.
नई दिल्ली: बच्चे की सिनोग्राफी को लेकर दीप तारा पर दबाव बनाता है वो कहता है कि वो शहर की ब्रेस्ट डॉक्टर को दिखाएगा की उसका बच्चा तारा के पेट में ठीक है या नही आरोही के बार बार पुछने पर भी वो उसे डॉक्टर का नाम नही बताता है. जिससे आरोही काफी परेशान होती है. रात को चवन्नी आरोही से मिलने उसके घर आता है वो उससे मिलने जाती है लेकिन पिछे से दीप आ जाता है समय रहते चवन्नी वहां से चला जाता है.
दीप आरोही से कहता है कि वो अब बदल गई है तो क्या अगर वो उससे ये कहे की आरोही की भाभी और उसका बच्चा जिंदा है तो क्या वो उन्हे आज भी जान से मारने को कहेगी. जिसे सुन आरोही को लगता है दीप उसकी परीक्षा ले रहा है वो कहती है कि नही वो अब अपनी जिदंगी में खून खराबा नही चाहती है.
दीप आरोही को लेकर डॉक्टर के यहां जाता है लेकिन बीच में ही चवन्नी जेल में बंद विराट को कुछ गुंडो से पिटवाता है जिससे दीप डॉक्टर के यहां से भाग कर जेल आ जाए. इस बीच दीप उसी हॉस्पिटल में किसी बच्चे को दिखवाने के लिये कहता है लेकिन आरोही नही समझ पाती है की वो किसकी बात कर रहा है.
आरोही जैसे ही डॉक्टर के पास जाती है दीप के पास किसी का फोन आ जाता है वो फोन सुनने के लिये बाहर निकलता है वो किसी के इलाज की बात करता है आरोही को लगता है दीप विराज को जेल में पिटाई के बाद हॉस्पिटल में इलाज की बात कर रहा है लेकिन वहां विराट नही कोई बच्चा होता है.
आरोही अंचभे में पड़ जाती है कि आखिर वो किस बच्चे का इलाज करवा रहा है जैसे ही आरोही उस बच्चे को देखती है उसके होश उड़ जाते हैं. दरअसल ये बच्चा कोई और नही बल्कि उसका निक्कू है. आरोही निक्कू को गले लगा लेती है. दरअसल निक्कू और उसकी भाभी को दीप ने कभी जान से मारा ही नही था.