तारा को अगवा करने वाले गुंडो को विराट घर लेकर आता है जहां वो कहते हैं कि उन लोगो को आरोही ने कहा था कि वो तारा को अगवा करे. खेल में नया टर्न घर वालों को ये यकीन करवा देता है कि आरोही जिंदा है. वहीं दीप तारा को निक्कू से मिलवाने लेकर जाता है लेकिन आरोही चलाकी से निक्कू को अपने साथ घर लेकर आ जाती है.
नई दिल्ली: जिस गुंडे से विराट ने आरोही यानि तारा को अगवा करवाता है उसे लेकर वो घर पर आता है. विराज कहता है कि बड़ी मुश्किल से उसने इस आदमी को पकड़ा है गुंडा मार खाने के बाद ये कबूल करता है कि वो आरोही के कहने पर तारा को अगवा किया था इसपर सुनंदा कहती है कि क्या आरोही जिंदा है इसपर दीप उसे बताता है कि उसे भी कुछ दिन पहले ही पता चला है कि आरोही जिंदा है.
विराज कहता है कि उसे शक है कि कहीं उसकी बहन यानि तारा ने ही तो उसे फसाने के लिये ये जाल नही बुना. वहीं आरोही को शक है कि कैद में किसी ने तारा की मदद की हो जिसके बाद उसने आरोही को अगवा करने के लिये गुंडे की मदद ली हो. इन सारी परेशानियों के बीच दीप आरोही को निक्कू से मिलवाने ले कर जाता है. निक्कू को देखखऱ आरोही खुश हो जाती है और रात को निक्कू को दीप की कैद से छुवाने के लिये घऱ से निकलती है.
आधी रात को तारा को घर से निकलता देख पृथ्वी उसका पिछा करता है. निक्कू के पास पहुंच आरोही उसे उठाती है लेकिन वो डर जाता है, निक्कू आरोही को तारा समझता है और भागने लगता है. भागता हुआ निक्कू बाहर एक ठेले के निचे छिप जाता है, आरोही जैसे ही पिछा करती हुई बाहर निकलती है वहां उसे पृथ्वी दिख जाता है. तारा दूर से ही पृथ्वी को मारती है खून देखखर निक्कू बेहोश हो जाता है और आरोही उसे लेकर निकल जाती है.
घर में सारे परेशान हो जाते हैं कि आखिर इतनी रात में तारा कहां चली गई. वहां घर से तारा की फोन पर फोन आते हैं जिससे वो घबरा जाती है.वो दीप को कहती है कि वो मार्निंग वॉक के लिये गई है. लेकिन दीप उसे धमकाता है कि वो पुलिस को बता देगा. आरोही घर वापस आती है लेकिन अपने साथ निक्कू को भी ले आती है. घरवाले सवाल करते है कि आखिर आरोही का भतिजा जिंदा कैसे है इसपर दीप कहता है कि उसे पता था आरोही उन लोगो के खिलाफ चाल चलने की कोशीश करेगी इसलिये उसने निक्कू को जिदा रखा है.