Ishq Mein Marjawan, January 31, 2018 full episode written update: आरोही की एक बड़ी चाल तारा की जगह घर में पाई जगह अब तारा बनकर घर में रहेगी आरोही

आरोही यानि की केसरी को मारने के लिये तारा उसका पिछा करती उसके घर तक पहुंचती है. केसरी किसी तरह दीप को ये भरोसा दिलाती है कि वो मासूम है. तारा को आरोही पर शक. चाकू की नोक पर तारा चाहती है आरोही का सच समाने लाना लेकिन जो होताी है वे आपके लिए किसी अंचभे से कम नही.

Advertisement
Ishq Mein Marjawan, January 31, 2018 full episode written update: आरोही की एक बड़ी चाल तारा की जगह घर में पाई जगह अब तारा बनकर घर में रहेगी आरोही

Aanchal Pandey

  • January 31, 2018 8:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली : सीरियल की शुरूआत होती है दीप और केसरी के सवाल जवाब से.सबूत की मांग कर रहा दीप को केसरी मंदिर में पूजा कर रही फोटो दिखाती है. और कहती है कि आज का दिन उसका इस घर में आखिरी दिन है. वो कहती है कि वो शाम को पगार लेकर घर छोड़ देगी. तारा कहती है कि केसरी झूठ बोल रही है.

सुनंदा के पास दीप जाता है और कहता है कि उसे तारा की चिंता हो रही है. लेकिन सुंनदा फिर विराट की बात कहती है और कहती है कि वो होता तो सारी मुश्किले हल कर देता. दिप एक बार फिर सुनंदा से कहता है कि वो सब कुछ ठीक कर देगा.

शाम होते ही घरवालो को केसरी कहती है कि उसका हिसाब कर दे वो अब इस घर में काम नही करेगी. केसरी पैसा लेकर उस घर से विदा होती है लेकिन अगले ही पल तारा उसका पिछा करती है.

घर में महाराज कहते है कि उन्हे घर का चाकू नजर नही आ रहा है. वहीं तारा भी घर से गायब हो जाती है. घरवाले तारा के जाने और चाकू के खोने को जोड़ कर देखते हैं और किसी अनहोनी का अंदेशा जताते हैं. केसरी का पीछा करते करते तारा उसके घर में आ जाती है. केसरी जान बूझ कर तारा को अपने घर तक लाती है. और उसके सामने अपने आधे चेहरे को पोछती है जिसे देख तारा सदमें में आ जाती है. क्योंकि ये चेहरा आरोही का है. जो उसके सामने आता है. लेकिन अगले ही पल तारा अपने पर्स से चाकू निकाल कर उसपर हमला करती है. लेकिन प्रतिशोध की आग में जल रही आरोही उसे थप्पड पर थप्पड जड़ती है. और तारा को मार मार कर बेहोश कर देती है.

दीप समझ जाता है कि तारा की तबियत ठीक नही है और वो जरूर केसरी को मारने निकली होगी. वो केसरी की कॉलोनी में जाता है जहां उसे तारा जमीन में बेहोश पड़ी मिलती है. तारा को कुछ भी याद नही आता कि उसके साथ क्या हुआ. दीप उसे उठाकर घर लाता है जहां कोई पूजा का आयोजन हो रहा था.

सुनंदा पंडित को कहती है कि अब वो दीप तारा और विराज का चढ़ावा चढ़ाए. तारा कहती है कि क्यों नही विराज को वीडियो कॉल के जरिये जोड़े जिसके बाद पूरा घर उसे शक की निगाहों से देखने लगता है. सुनंदा तारा को कहती है कि कब से वो विराट को विराट कहने लगी वो उसका बड़ा भाई है वो उसे विराट भईया कहे. सवाल ये है कि कैसे अचानक तारा का बदला रूप लोगो के सामने आ रहा है क्या ये तारा की बिगड़ी तबियत है या कुछ और कल देखना दिलचस्प होगा.   

Tags

Advertisement