Ishq Mein Marjawan 30 October 2018 Full Episode Written Updates: आरोही भले ही दीप को मारना चाहती थी लेकिन उसका मकसद किसी और को हानि पहुंचाना नही होता है लेकिन ना चाहते हुए भी दीप की मां को कंरट लग जाता है जिससे वो सिर्फ दीप को मारना चाहती थी ऐसे में आरोही दीप की मां को तो बचा लेती है लेकिन दीप के साथ मौत के बीच खुद फंस जाती है.
नई दिल्ली: Ishq Mein Marjawan 30 October 2018 Full Episode Written Updates:
7.30 आरोही किसी तरह दीप की मां को तो बचा लेती है लेकिन मौत के बीच खुद फंस जाती है ऐसे में क्या वो दीप के साथ ही मर जाएगी. क्योंकि उन सब के बीच से निकलना उसके लिये संभव नही है.आग लग जाती है जिसके बाद आरोही परेशान हो जाती है वो समझ नही पाती है कि वो कैसे दीप की मां की जान बचाए वो कंबल ओढ़कर आग में कूद जाती है और दीप की मां को बाहर निकाल देती है. और दीप के साथ खुद फंस जाती है. लेकिन आरोही सोचती है कि अगर वो दीप को मारने में मर भी जाए तो कोई गम नही है.
7.35 दीप आरोही से काफी इंप्रैस हो जाता है. वो उसे किसी भी तरह बचाना चाहता है वो उसे कहता है कि वो उसे बचा लेगा. लेकिन आरोही नही चाहती है कि ये आग कैसे बुझे. अभिमन्यु वक्त पर आकर आग को बुझा देता है. दीप आरोही को पानी पिलाता है और उसे कहता है कि उसने उसकी मां की जान बचाई है तो वो उसका एहसान कभी नही भूल सकता है.
7.40 विराट को आरोही पर शक हो जाता है वो सोचता है कि आखिर उस लड़की ने अपनी जान पर खेलकर उसकी मां की जान क्यों बचा ली. वो तारा से कहता है कि उसे इस लड़की पर शक है जो डॉक्टर बन कर घर में रह रही है लेकिन तारा उसकी बात नही मानती है. आरोही के पास अभिमन्यु जाता है और कहता है कि उसके करवाचौथ के व्रत को दीप ने खोला है. वो कहता है कि आज के दिन तुम दोनो ने एक दूसरे की जान बचाई है लेकिन वो कहता है कि उसका प्रण दीप को जान से मारने का अधूरा रह गया है.
7.45 आरोही अभिमन्यु से बात कर रही होती है कि अचानक दीप कमरे में आ जाता है. वो आरोही का शुक्रिया अदा करता है. दीप के कमरे में आने से पहले अभिमन्यु छुप जाता है. लेकिन उसके जूते दिख रहे होते हैं. अभिमन्यु को दीप देख ना ले इस डर से आरोही दीप के कपड़ो पर लेप गिरा देती है जिसके बाद वो कमरे से निकल जाता है. अभिमन्यु भी दीप के जाने के बाद कमरे से बाहर जाता है.
7.50 करवा चौथ की रात आरोही घर के सभी सदस्य के कमरे में जाकर नशे की दवा छिड़क देती है जिससे वो सारे सुबह से पहले चाह कर भी ना उठ सके. आरोही जैसे ही दीप पर आरोही दवा छिड़कर कर हमला करने वाली होती है कि अचानक अभिमन्यु उसे बचा लेता है. आरोही को वो लेकर बाहर आ जाता है. आरोही उसपर गुस्सा करती है वो उसे कहती है कि दीप ने उसका सबकुछ छीन लिया है. उसका चेहरा बदल कर रख दिया. और आज उसके पास सबकुछ है जबकि उसके मां पापा भी आरोही को बदले चेहरे के कारण पहचान नही पा रहे हैं.
7.55 अभिमन्यु आरोही को कहता है कि जिस कला से वो दीप को मारने की कोशीश कर रही थी वो उस कला का अपमान है वो कहता है कि वो दीप को मारने का प्लान छोड़ दे. और उसके साथ वही करे जो उसने उसके साथ किया है वो कहता है कि दीप की ज़िदगी ऐसी कर दे की वो जीते जी मरने की भीख मांगे. आरोही को वो समझाता है कि वो उससे सारे पैसे रूतबा प्यार करने वाले सबकुछ अलग कर दे.
8. आरोही अगले दिन घर में देखती है कि मौसी को भी होश आ चुका है वहीं सभी घरवालों का सर रात की नशे की दवाई की वजह से भारी लग रहा था. मौसी सिढ़ी से नीचे उतरती है जिसे आरोही देख लेती है क्योंकि आरोही का सारा सच मौसी जानती है वो दीप की मां से दीप के बारे में पूछती है लेकिन फिर वो कहती है कि वो एक राज जानती है जो वो उसे बताना चाहती है वो कुछ बताती उससे पहले पीछे से एक खंजर कहीं से आता है और मौसी को लग जाता है. घर वाले परेशान हो जाते हैं कि मौसी को किसने मारा. अभिमन्यु आरोही से कहता है कि उसे मौसी को नही मारना चाहिये था लेकिन आरोही कहती है कि उसे भी नही मालूम की उन्हे किसने मारा.