Ishq Mein Marjawan 30 April 2018 Full Episode Written Updates: आरोही को दीप अपनी चंगुल में फंसा कर एक अंधेरे कमरे में बंद कर देता है. दीप रोमा को लेकर उस कमरे में जाता है जहां चवन्नी पहले से ही मौजूद है वो छुप कर किसी तरह आरोही को बचाने की कोशीश कर रहा है. लेकिन क्या रोमा आरोही को मार देगी या फिर एक बार फिर आरोही दे देगी उन दोनो को मात.
नई दिल्ली: 7.30 30 अप्रैल 2018 के इश्क में मरजावां में आज आप देखेंगे कि आरोही दीप के कब्जे में हैं दीप रोमा को लेकर उस जगह जाता है जहां आरोही कैद है चवन्नी किसी तरह उस जगह पहुंच जाता है जहां आरोही कैद है वो ए.सी के रास्ते से कमरे में जाता है और आरोही को छुड़ाने की कोशीश करता है लेकिन अगले ही पल रोमा और दीप वहां पहुंच जाते हैं जिसके बाद चवन्नी कमरे में ही छुप जाता है.
7.35: कमरे में रोमा आरोही को देखकर उसपर बंदूक तान देती है आरोही किसी तरह रोमा को पुरानी बातों में उलझाती है क्योंकि वो दीप के मन में प्यार का दीप जलाना चाहती है. दीप को थोड़ी परेशानी भी होती है कि रोमा आरोही को जान से मार रही है वही आरोही जिससे कभी दीप बेइंतहां प्यार किया करता था. लेकिन जैसे ही रोमा उसपर गोली चलाती मंत्री जी का फोन आ जाता है और वो राज्यसभा सीट के लिये रोमा से मिलने की बात करता है रोमा आरोही को वहीं छोड़ मंत्री से मिलने निकल जाती है.
7.40 विराज को पूरा शक है कि पृथ्वी ही वो शख्स है जिसने उसकी मां के साथ नजायज संबध बनाए हैं औरवेदिका का पिता भी पृथ्वी ही है विराज पृथ्वी से उसका फोन मांगता है लेकि पृथ्वी उसे फोन देने से इंकार कर देता है विराज उसे मार कर बेहोश कर देता है और फोन पर वेदिका का नंबर और मैसेज पढ़ लेता है.पृथ्वी के पैर पर वो निशान भी हटाया होता है जो उस फोटो में विराज ने देखा था.
7.45 रोमा के घर वापस आने पर विराज रोमा से पृथ्वी की हकीकत पूछता है लेकिन रोमा उसे कुछ नही बताती है. विराज रोमा से कई गलत सवाल पूछता है जिसपर दीप को गुस्सा आ जाता है दीप और विराज में लड़ाई होती है. रोमा विराज से कहती है कि मंत्रीजी घर आने वाले हैं ऐसे में वो कभी भी आ सकते है और अगर वो ये सब सुन लेंगे तो उसे टिकट नही मिलेगा लेकिन विराज उसकी एकनही सुनता है. होता भी वही है मंत्री जी विराज की सारी बातें सुन लेते हैं और रोमा पर कई सवाल खड़े करते हैं.
7.50 : रोमा और दीप के जाते ही कमरे में छुपे चवन्नी को मौका मिल जाता है वो बाहर निकलता है और आरोही को वहां से निकालने की कोशीश करता है लेकिन लोहे की जंजीर को खोलना उसके बस की बात नही होती है. आरोही चवन्नी को वहां से जान बचा कर भागने के लिये कहती है लेकिन चवन्नी उसे छोड़ कर नही जाता है.
7.55 आरोही चवन्नी को कहती है कि इस जगह से अब कोई उसे बाहर निकाल सकता है तो वो सिर्फ दीप ही है जिसपर चवन्नी उसे कहता है कि दीप सिर्फ लोगो को मारना जानता है वो किसी को बचा नही सकता है. लेकिन आरोही उससे कहती है कि दीप ना सिर्फ उसे खोलेगा बल्कि उसे अपनी बांहो पर उठा कर बाहर लेकर जाएगा.
8.रोमा मंत्री को समझाने की कोशीश करती है कि उसने जो कुछ भी सुना है वो गलत है सही नही है वो मंत्री से कहती है कि उसने पार्टी को चुनाव के समय भीख दिये है वो मंत्री को कहती है कि उसे किसी भी हालात में राज्यसभा की सीट चाहिये लेकिन मंत्री उसकी बात को नकार कर चला जाता है जिससे रोमा को गुस्सा आ जाता है और वो दीप के साथ जाकर आरोही को मार डालती है.