वेदिका को कैद में कर रोमा और दीप उसे टार्चर करते है. उसे मारपीट कर वो उसका नाम निकलवाने की कोशीश करते है जिसने उसे रोमा और पृथ्वी के बीच रिश्ते का सच बताया. लेकिन वेदिका किसी बी तरह से अपना मुंह नही खोलती है.
नई दिल्ली : 17 अप्रैल के इश्क में मरजावां में आरोही के सामने अब कोई चारा नही बचता है कि वो दीप के आगे उस सच्चाई को रके जिसके बाद वो घर में सेफ नही रह पाएगी. दरअसल तारा को मारने के बाद घरवाले उसका अंतिम संस्कार करके खुश हो जाते है कि आरोही अब जिंदा नही है लेकिन वहीं आरोही दीप को बता देती है कि वेदिका की मदद खुद आरोही कर रही है लेकिन दीप उसे कहता है कि उसने खुद अपने हाथों से आरोही को जलाया है. चवन्नी के लाख मना करने पर भी आरोही वेदिका के मोबाईल पर मैसेज कर दीप को बताती है कि वो सारे आरोही के जाल में फंस चुके हैं. दीप कहता है कि जो भी उसे मैसेज कर रहा है वो झूठ बोल रहा है. वहीं वेदिका पर दीप इतना टार्चर करता है कि वो बेचारी बेहोश ही हो जाती है.
वेदिका अपनी सगी मां रोमा को भी समझ चुकी है वो उसे कहती है कि उसे शर्म है कि उसने उसकी कोख से जन्म लिया है. वहीं दीप रोमा को मुसिबत से बचाने के लिये हर प्रयास करने की कोशीश करता है. दीप को जब उस अननोन नंबर से ये पता चलता है कि आरोही जिंदा है वो उस नंबर पर कॉल करता है जिसे आरोही ही उठाती है. दीप आरोही की अवाज सुनकर परेशान हो जाता है उसे कुछ पता नही चलता है कि अगर आरोही जिंदा है तो क्या सच में वो तारा को आग में जला आया, और अगर ऐसा है तो वो रोमा को क्या मुंह दिखेगा.
इश्क में मरजावां के दर्शक ये जानते है कि दीप सिर्फ और सिर्फ आरोही से ही प्यार करता है लेकिन वो रोमा को अपनी मां मानता है और वो उसपर किसी भी तरह की परेशानी नही आने देना चाहता है. लेकिन आरोही से बात कर उसे ये विश्वास बी हो जाता है कि हो ना हो आरोही जिंदा ही है. आरोही उसे मिलने के लिये बुलाती है लेकिन उसके बदले वो वेदिका को रिहा करने की शर्त रखती है.
दीप आरोही के जिंदा होने की बात विराज र रोमा को बताता है वो उसे आरोही के उस शर्त की बात भी बताता है लेकिन क्या आरोही की ओर से खेला गया ये चाल कामयाब होगा या फिर आ जाएगी उसकी सारी सच्चाई सबके सामने.