ishq Mein Marjawan 13 November 2018 Full Episode Written Update: मौसी आरोही का सच जानती है. मौसी ने आरोही को दीप की मां के संदूक से पैकेट मांगा था जो वो उसे नही दे पाई अब मौसी आरोही को डरा रही है कि जल्द अगर वो उस पैकेट को इनके हवाले नही करेगी तो वो सबके सामने आरोही का सच ले आएगी.
नई दिल्ली: Ishq Mein Marjawan 13 November 2018 Full Episode Written Updates:
7.30 जिस मौसी को दीप ढ़ूंढ़ रहा था वो अचानक पूरे परिवार के सामने आ जाती है वो घरवालों को कहती है कि वो जानती है की घर में जो भी खून खराबा हो रहा है उसके पीछे कौन है वो कहती है कि घर में ही रहकर कोई घरवालों के खिलाफ साजिश कर रहा था. ये सारी बात बोलकर वो मनप्रीत की तरफ देखने लगती है. मनप्रीत फ्लैशबैक को याद करती है कि कैसे मौसी ने घर आने से पहले उसे कहा था की कल सुबह 8 बजे तक अगर उसे वो पैकेट नही मिला तो वो दीप के सामने उसके सारे राज खोल देगी.
7.35 मौसी ने घरवालों के सामने मनप्रीत को देखते हुए बिंदिया का नाम लिया. वो कहती है कि बिंदिया ही विराट के भी गायब होने का कारण थी. और अपनी मौत के लिये भी वो ही जिम्मेदार है. घर के लोग बिंदिया का नाम सुनकर चैन की सांस लेते हैं क्योंकि बिंदिया की मौत हो चुकी है और वो लोग समझ जाते हैं कि अब उनपर होनेवाली सारी बुरी नजरे बिंदिया के साथ ही खत्म हो चुकी है.
7.40 तारा और दीप के साथ दीप की मां वहां से निकल जाती है. आरोही के कमरे में ही अभिमन्यु छुपा होता है जो मौसी को आरोही को धमकाते सुन लेता है कि अगर आरोही उसे सुबह तक पैकेट नही दे पाई तो वो उसकी पोल खोल देगी.आरोही परेशान हो जाती है जिसे वो भांप लेता है.
7.45 तारा आरोही के कमरे से निकल कर गिरने का झूठा नाटक करती है वो देखती है कि दीप उससे आगे जा रहा है वो दीप के सामने पैर पर मोच आने का बहाना बनाती है. दीप उसे उठा कर कमरे में लाता है जहां वो दीप को अपने साथ बेड पर खिंचती है और उससे प्यार करती है. दीप और तारा को करीब आता आरोही देख लेती है. उसे जलन होती है वहीं दीप को भी तारा के छुने पर गुस्सा आता है और वो उसे छोड़ कर चला जाता है.
7.50 आरोही किसी भी तरह दीप की मां के कमरे से वो संदूक लेना चाहती है वो देखती है कि पूजा का रूम खाली होता है और दीप की मां भी कमरे में नही होती है जिसके बाद वो संदूक खोलने के लिये अंदर जाती है लेकिन संदूक वहां नही होता है आरोही ये देखकर हैरान हो जाती है. आरोही दीप की मां के बेडरूम में जाती है जहां उपर टेबल पर ही संदूक रखा होता है. आरोही दीप की मां को एक्साइज सिखाने के बहाने संदूक का सायरन ऑन करवा देती है.
7.55 संदूक में लगे सायरन से पूरा घर एक जगह आ जाता है वो लोग परेशान हो जाते हैं. तारा अभिमन्यु को कहती है कि सायरन बंद करे जिसपर वो कहता है कि सायरन घर की सिक्योरिटी से लगा हुआ है. वो कहता है कि इसे बंद करने के लिये घर का सारी लाइट बंद करनी पड़ेगी. वो दीप की मां के साथ आकर घर के बाहर बैठ जाता है तो वहीं आरोही मौके का फायदा उठाने के लिये संदूक के पास जाती है.
8 संदूक अपनी जगह से फिर गायब हो जाता है. आरोही को कुछ समझ में नही आता है कि ये क्या हो रहा है. वो डर जाती है कि कहीं मौसी सुबर सबके सामने उसका राज ना खोल दे. सुबह तय समय पर तारा दीप को और सभी घरवालों को कहती है कि मौसी ने उसे ठीक आठ बजे हॉल में बुलाया था कुछ राज साझा करने केे लिये आरोही समझ जाती है कि हो ना हो राज उसी से जुड़ा है. वो शांत हो जाती है कि अचानक कहीं से मौसी की लाश आकर सबके सामने गिर जाती है.