Hrithik Roshan Super 30 Trailer Review: बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर 30 का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है. विकास बहल के डायरेक्शन में बनी सुपर 30 का ट्रेलर में इमोशन्स, थ्रिलर, स्ट्रगल और सफलता की कहानी से भरपूर है. बता दें कि ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर 30 12 जुलाई को बॉक्स ऑफिस पर दस्तक देने जा रही है.
बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर 30 का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हो गया है. फिल्म सुपर 30 का ट्रेलर में इमोशन्स, थ्रिलर, स्ट्रगल और सफलता की कहानी का मिश्रण है. फिल्म सुपर 30 बिहार के मैथेमेटिशियन आनंद कुमार के जीवन पर आधारित है. फिल्म में ऋतिक रोशन आनंद कुमार की ही भूमिका में नजर आ रहे हैं. फिल्म में ऋतिक बेहद की अलग अवतार में नजर आ रहे हैं. बता दें कि ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर 30 12 जुलाई को सिनेमाघरों को दस्तक देने जा रही है.
फिल्म सुपर 30 में ऋतिक रोशन एक मिडिल क्लास आदमी की भूमिका में नजर आ रहे हैं, सुपर 30 फिल्म को विकास बहल ने डायरेक्ट किया है. फिल्म सुपर 30 का ट्रेलर बेहद दमदार और इमोशन्स से भरपूर है. फिल्म में ऋतिक रोशन एक ऐसे टीचर के रोल में दिख रहे हैं, जिसका जीवन स्ट्रगल और परिश्रम से भरपूर है. फिल्म में ऋतिक रोशन एकदम आपको सीधे सादे आम इंसान की तरह नजर आ रहे हैं. जो कि बिहार का रहने वाला है. ट्रेलर में ऋतिक रोशन की टोन में बिहार की झलक सुनने को मिल रही है.
Not all Superheroes wear capes.
It’s the ideas that make a nation. It's the people who empower it. Presenting one such story from the heartland of India #Super30Trailerhttps://t.co/d7XZPJNvMV
— Hrithik Roshan (@iHrithik) June 4, 2019
ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर 30 के ट्रेलर की शुरुआत एक बेहद दमदार डायलॉग के साथ होती है. फिल्म के ट्रेलर में ऋतिक रोशन का यह दमदार डायलॉग भी आपको दिलों को छू सकता है, जिसमें ऋतिक यह पंच लाइन मारते दिख रहे हैं कि अब राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा… राजा वही बनेगा जो हकदार होगा. ऋतिक रोशन फिल्म में आनंद नाम के मैथ्स टीचर की भूमिका निभा रहे हैं. जो किसी बड़े इंस्टीट्यूट में बच्चों को पढ़ाने के लिए जाते हैं और वहां बहुत अच्छे से बच्चों को पढ़ाते भी हैं.
जिससे उस इंस्टीट्यूट के मालिक को काफी फायदा होने लगता है और उसके मन में लालच आ जाता है. ट्रेलर में दिखाया गया है ऋतिक इस बड़े घर के अमिर बच्चों को पढ़ाने की बजाय गरीब और मजबूर बच्चों को फ्री में शिक्षा देना शुरू कर देते हैं. जहां से शुरू होती है उनके संघर्ष की कहानी.