मुंबई: एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए ऑस्कर को सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स में से एक माना जाता है। आज ऑस्कर अवार्ड्स का ऐलान हुआ और भारत ने दो अवार्ड अपने नाम किए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विजेताओं का चुनाव कैसे होता है। तो बताते हैं आपको कि कैसे किसी भी नॉमिनेशन का विनर तक […]
मुंबई: एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए ऑस्कर को सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स में से एक माना जाता है। आज ऑस्कर अवार्ड्स का ऐलान हुआ और भारत ने दो अवार्ड अपने नाम किए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विजेताओं का चुनाव कैसे होता है। तो बताते हैं आपको कि कैसे किसी भी नॉमिनेशन का विनर तक का सफर कैसे तय होता है। विनर का चुनाव करने के लिए वोटिंग की मदद ली जाती है और ये सारी प्रक्रिया पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट होती है।
एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज में लगभग 10,000 से ज्यादा सदस्य हैं जो 17 ब्रांचों में विभाजित हैं। सभी अकादमी सदस्यों को फिल्म बिजनेस में किसी न किसी तरह से हिस्सा लेना जरुरी होता है। हालांकि इसका हिस्सा सिर्फ इंडस्ट्री से जुड़े लोग हों ऐसा होना जरूरी नहीं है, इसमें मैनेजर्स, एक्जीक्यूटिव और पब्लिक रिलेशन के प्रोफेशनल भी शामिल होते हैं।
ऑस्कर नॉमिनेशन का चुनाव संबंधित शाखा के सदस्यों द्वारा होता है। उदाहरण के लिए निर्देशकों ने निर्देशकों को नॉमिनेट किया। लेकिन बेस्ट फिल्म के लिए सभी सदस्य वोटिंग कर सकते हैं। एक बार नॉमिनेशन तय होने के बाद सभी सदस्य किसी भी सेक्शन में वोट डाल सकते हैं।
ऑस्कर समारोह से कुछ दिन पहले वोटिंग होती है। 2023 के ऑस्कर अवार्ड के लिए मतदान 2 मार्च से शुरू हुआ और 7 मार्च को समाप्त। ये प्रक्रिया ऑस्कर अवॉर्ड्स से पांच दिन पहले खत्म की जाती है।
विनर के चुनाव के लिए वोटिंग पूरी तरह से ऑनलाइन की जाती है। ताकि इसमें कोई भी गड़बड़ न हो सके। आमतौर पर सभी कैटेगरी के लिए प्रक्रिया काफी सरल रहती है, जिसे सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं वही विजेता होता है। लेकिन बेस्ट फिल्म के लिए चुनाव की प्रक्रिया अलग तरह से होती है। दरअसल, जिस नॉमिनी को पहले रैंक पर 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिलते हैं उसे ही विजेता घोषित किया जाता है। मगर कोई फिल्म उस सीमा को पूरा नहीं करती है तो सबसे कम वोटिंग मिलने वाले लोगों को हटा दिया जाता है। जिन लोगों ने उस फिल्म को फर्स्ट पोजीशन दी थी, उनके वोट उनकी दूसरी पसंद में स्थानांतरित कर दिए जाते हैं। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक कोई फिल्म बहुमत हासिल न कर ले।
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