नई दिल्ली : हिना खान ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित हैं. वह जल्दी से ठीक हो जाए इसके लिए सभी फैंस प्रार्थना कर रहे है. कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है. इलाज के इस तरीके से कैंसर के सेल्स को नष्ट करने और ट्यूमर के विकास को रोकता है. कीमोथेरेपी के जरिए ही कैंसर का इलाज होता है.
कैंसर का इलाज इतना आसान नहीं है, परंतु इससे लड़ने और बचने के कई तरीके मौजूद हैं. कैंसर के इलाज का नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग में कीमोथेरेपी आती है. हालांकि, इसके बारे में बहुत कम लोगों को ही पता है. तो चलिए जानते है कीमोथेरेपी क्या है, इसकी जरूरत कब पड़ती है और इससे क्या फायदा होता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी की जरूरत इलाज के दौरान होता है. अलग -अलग कैंसर के अलग-अलग स्टेज के हिसाब से डॉक्टर कीमोथेरेपी तय करते हैं. कुछ कैंसर में कीमोथेरेपी ही केवल इलाज माना जाता है. जैसे ब्लड कैंसर और कुछ अन्य तरह के कैंसर में कीमोथेरेपी ही मुख्य इलाज होता है. कीमोथेरेपी के हिसाब से इलाज में डॉक्टर आगे जाते हैं.
कुछ कैंसर का इलाज सर्जरी के माध्यम से होता है. ऐसे में सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी की सहायता ली जाती है, ताकि बीमारी को कम किया जा सके, और कई बार मुख्य इलाज यानी सर्जरी के बाद कीमोथेरेपी दिया जाता है, तब कई बार लोगों को लगता है कि कैंसर बहुत ज्यादा बढ़ा था या कुछ कैंसर में माइक्रोस्कोपिक सेल्स के लिए कीमोथेरेपी दिया जाता है.
डॉक्टर के अनुसार बहुत बार मरीज को कीमोथेरेपी को रेडिएशन के साथ दिया जाता है, ताकि रेडिएशन का असर अधिक से अधिक हो. उसे कीमोथेरेपी को ज्यादा फायदा मिल सकता है. इस तरह कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी की जरूरत बीमारी के प्रकार, स्टेज फैलाव और मरीज की स्थिति के बाद तय की जाती है. कीमोथेरेपी से मरीजों को काफी फायदा मिल सकता है. यही वजह है कि इसे कैंसर का प्रमुख इलाज माना जाता है.