नई दिल्लीः इस समय प्रभास और कृति सेनन की फिल्म आदिपुरुष विवादों से घिरी हुई है जहां फिल्म के कई डायलॉग्स और किरदारों की भूमिका को लेकर आपत्ति जताई जा रही है. दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म से विवादित डायलॉग और सीन्स हटाने की मांग की गई है जिसे लेकर याचिका दायर की गई है. हिंदू […]
नई दिल्लीः इस समय प्रभास और कृति सेनन की फिल्म आदिपुरुष विवादों से घिरी हुई है जहां फिल्म के कई डायलॉग्स और किरदारों की भूमिका को लेकर आपत्ति जताई जा रही है. दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म से विवादित डायलॉग और सीन्स हटाने की मांग की गई है जिसे लेकर याचिका दायर की गई है. हिंदू सेना द्वारा दायर की गई इस याचिका पर अभी सुनवाई होना बाकी है. 600 करोड़ में बनने वाली आदिपुरुष दर्शकों और क्रिटिक को तो खुश नहीं ही कर पाई साथ ही साथ राजनीतिक स्तर पर भी इस फिल्म की कड़ी आलोचना की जा रही है.
जो राजनीतिक आकाओं के पैसों से, एजेंडेवाली मनमानी फ़िल्में बनाकर लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनकी फ़िल्मों को सेंसरबोर्ड का प्रमाणपत्र देने से पहले, उनके ‘राजनीतिक-चरित्र’ का प्रमाणपत्र देखना चाहिए।
क्या सेंसरबोर्ड धृतराष्ट्र बन गया है?
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 19, 2023
समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फिल्म पर ट्वीट कर सवाल उठाया है कि क्या सेंसर बोर्ड धृतराष्ट्र बन गया है? फिल्म की आलोचना करते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा जो लोग राजनीतिक आकाओं के पैसों से, एजेंडे वाली मनमानी फिल्में बनाकर आम आदमी की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उनके राजनीतिक-चरित्र का प्रमाणपत्र भी देखा जाना चाहिए. सेंसर बोर्ड से सवाल पूछते हुए कहा कि सेंसर बोर्ड क्या धृतराष्ट्र बन गया है? गौरतलब है कि पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या भी फिल्म की भाषा को मवाली और टपोरी की भाषा बताकर उपहास उड़ा चुके हैं.
एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, किस पवित्र राम कथा का मजाक बनाया गया है इससे हमें दुख पहुंचा है. उन्होंने आगे कहा कि राजीव जी की रामायण का सीरियल देखिए और अब मोदी जी के काल की आदिपुरुष. बता दें, पूर्व पीएम राजीव गांधी के समय में देश में रामानंद सागर की रामायण काफी प्रसिद्ध थी जिसकी तुलना आदिपुरुष से की जा रही है. दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, जो RSS के लोग भगवान ईश्वर का अवतार वो उन्हें आदिपुरुष मानते हैं. बता दें, इससे पहले कांग्रेस नेता और विधायक पीसी शर्मा ने भी आदिपुरुष को लेकर केंद्र सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा था कि भाजपा की सरकार के सत्ता में रहते हुए ये फिल्म किस प्रकार चल रही है. इस पर तुरंत बैन लगा देना चाहिए.